भारत के कई प्रमुख क्रिकेटरों ने टेस्ट और वनडे दोनों फॉर्मेट में उत्कृष्ट प्रदर्शन किया है, लेकिन हैरानी की बात यह है कि कई विशेष क्रिकेटरों ने अपने पूरे वनडे करियर में केवल एक ही शतक बनाया है.

वनडे क्रिकेट में भारतीय बल्लेबाजों ने कई यादगार पारियां खेली हैं। सचिन तेंदुलकर से लेकर रोहित शर्मा तक कई खिलाड़ियों ने दोहरे और तिहरे शतक तक जड़े हैं, लेकिन हैरानी की बात यह है कि भारत के कुछ महान और दिग्गज माने जाने वाले खिलाड़ियों के नाम वनडे इंटरनेशनल में सिर्फ एक ही शतक दर्ज है। इनमें सुनील गावस्कर और कपिल देव जैसे नाम शामिल हैं.
सुनील गावस्कर ने नागपुर में पहले और आखिरी शतक किया।
सुनील गावस्कर का नाम टेस्ट क्रिकेट में पहले 10 हजार रन बनाने का रिकॉर्ड दर्ज है। वनडे फॉर्मेट में भी उनका करियर लंबा रहा है। उन्होंने भारत के लिए 108 वनडे मैच खेले लेकिन इस अवधि में उन्होंने केवल एक ही शतक लगाया। यह शतक 1987 वर्ल्ड कप में नागपुर में न्यूजीलैंड के खिलाफ रचा था, जब उन्होंने 103 रन बनाए थे। यह उनके वनडे करियर की एकमात्र सेंचुरी रही।
कपिल देव ने 1983 विश्व कप के ऐतिहासिक शतक किया।
भारत के पहले विश्व कप विजेता कप्तान कपिल देव को दुनिया के सर्वोत्तम ऑलराउंडर्स में गिना जाता है। उन्होंने 225 वनडे मैच खेले और 3783 रन बनाए, लेकिन वनडे करियर में उनका एकमात्र शतक 1983 विश्व कप में जिम्बाब्वे के खिलाफ बनाया था। उस मैच में भारत 17 रन पर 5 विकेट खो चुका था, तब कपिल देव ने नाबाद 175 रन बनाकर टीम को वाजिब जीत दिलाई थी।
संजय मांजरेकर – दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ एक शतक
भारत के तकनीकी दृढ़ बल्लेबाजों में संजय मांजरेकर को 74 वनडे खेलने का मौका मिला। उनके बल्ले से 15 अर्धशतक बने, लेकिन केवल एक बार उन्होंने शतक जमाया। 1991 में उन्होंने साउथ अफ्रीका के खिलाफ 100 रन की पारी खेली थी, लेकिन इसके बाद उन्हें दोबारा शतक तक पहुंचने में सफलता नहीं मिली।
दिलीप वेंगसरकर – ODI में सिर्फ एक शतक
दिलीप वेंगसरकर ने भारत के लिए 116 टेस्ट मैच खेले और 17 शतक लगाए, लेकिन वनडे मैचों में उनकी कहानी थोड़ी अलग रही। 129 मैचों में उन्होंने 23 अर्धशतक बनाए, लेकिन शतक केवल एक बनाया। उनकी यह पारी 1988 में न्यूजीलैंड के खिलाफ थी, जब उन्होंने 105 रन बनाए थे.
रोबिन सिंह – करियर का अकेला शतक
भारत के लिए 136 वनडे खेलने वाले रोबिन सिंह मिडिल ऑर्डर के भरोसेमंद बल्लेबाज रहे, लेकिन उनके नाम भी सिर्फ एक ही शतक दर्ज है. यह शतक उन्होंने 1997 में श्रीलंका के खिलाफ लगाया था. खास बात यह रही कि उनके पूरे लिस्ट-ए करियर में भी यही उनका इकलौता शतक रहा.