
बागी 4 समीक्षा: टाइगर श्रॉफ और संजय दत्त की फिल्म बागी 4 आज सिनेमाघरों में रिलीज हो गई है। अगर आप इस फिल्म को देखने का प्लान बना रहे हैं, तो पहले इसका समीक्षा पढ़ लें।फिल्म “बागी 4” आपको उसी मात्रा में प्रदान करती है जिसकी आपने उम्मीद की थी। यहाँ एक्शन, एक्शन और मनोरंजन है। ट्रेलर में जो वादा किया गया था, उसे पूरा किया गया है। यदि आपने इस फ्रेंचाइजी की पिछली तीन फिल्में देखी हैं और उन्हें पसंद किया था, तो यह फिल्म आपको और भी अधिक पसंद आएगी। और अगर आपको पिछले फिल्में पसंद नहीं आई थीं, तो भी यह फिल्म आपको प्रिय होगी। इस फिल्म को A सर्टिफिकेट दिया गया है और इसे देखकर स्पष्ट होता है कि ऐसा क्यों किया गया है। यदि आपको एक्शन और हिंसा पसंद है, तो यह फिल्म आपके लिए है। इस फिल्म को किसी भी कारण से खारिज न करें, क्योंकि यह फिल्म अच्छी है। एक फ्रेंचाइजी होने या किसी स्टार किड के होने के कारण इसे नकारने का कोई कारण नहीं है। अगर कोई फिल्म अच्छी है, तो उसे एक अवसर जरूर मिलना चाहिए।
फिल्म “बागी 4” आपको उसी मात्रा में प्रदान करती है जिसकी आपने उम्मीद की थी। यहाँ एक्शन, एक्शन और मनोरंजन है। ट्रेलर में जो वादा किया गया था, उसे पूरा किया गया है। यदि आपने इस फ्रेंचाइजी की पिछली तीन फिल्में देखी हैं और उन्हें पसंद किया था, तो यह फिल्म आपको और भी अधिक पसंद आएगी। और अगर आपको पिछले फिल्में पसंद नहीं आई थीं, तो भी यह फिल्म आपको प्रिय होगी। इस फिल्म को A सर्टिफिकेट दिया गया है और इसे देखकर स्पष्ट होता है कि ऐसा क्यों किया गया है। यदि आपको एक्शन और हिंसा पसंद है, तो यह फिल्म आपके लिए है। इस फिल्म को किसी भी कारण से खारिज न करें, क्योंकि यह फिल्म अच्छी है। एक फ्रेंचाइजी होने या किसी स्टार किड के होने के कारण इसे नकारने का कोई कारण नहीं है। अगर कोई फिल्म अच्छी है, तो उसे एक अवसर जरूर मिलना चाहिए।
कहानी
रौनी यानी टाइगर श्रॉफ को वह दिखता है जो है नहीं। लोग कहते हैं कि उसे hallucinations हो रही हैं। उसे अलीशा यानी हरनाज संधू नाम की एक लड़की दिखती है जिससे उसका रिश्ता रहा है, लेकिन और किसी को वह नहीं दिखती। ये क्या राज है, क्या वह लड़की एक वहम है या फिर इसके पीछे कोई गहरा राज है। इसे जानने के लिए थियेटर चलें।.
कैसी ये फिल्म
यह एक उत्कृष्ट फिल्म है। ‘बागी’ सीरीज की सबसे बेहतर फिल्म है और टाइगर श्रॉफ की भी। फिल्म को ‘एक्शन एंटरटेनर’ कहा गया है, लेकिन कहानी पर ध्यान केंद्रित है। एक्शन सीन को बेकार में नहीं डाला गया है, बल्कि फिल्म की कहानी आपको आकर्षित करती है। आप जानना चाहेंगे कि आगे क्या होगा, साथ ही एक्शन का मज़ा भी मिलेगा। कुछ एक्शन सीन अन्य फिल्मों से प्रेरित लग सकते हैं, लेकिन कहानी में उनका संदेश देना उन्हें विश्वसनीय बना देता है। कहानी में कई चौंकाने वाली बातें होती हैं जो आपको आश्चर्यचकित करती हैं और इसी में फिल्म का वास्तविक ताकत है। इसे सिर्फ एक एक्शन फिल्म कहना गलत होगा। VFX को और बेहतर बनाया जा सकता था। सोनम और टाइगर की केमिस्ट्री को और ज्यादा स्क्रीन टाइम देना चाहिए था, और छोटी-मोटी कमियों के बाद भी इस फिल्म का अवशेष देखना चाहिए।
एक्टिंग
टाइगर श्रॉफ ने बेहतरीन काम किया है। यहाँ उनकी एक्टिंग की रेंज दिखती है, वे सिर्फ एक्शन नहीं करते, वे इमोशन भी दिखाते हैं, और एक्शन तो खैर उन्होंने कमाल का किया ही है। यहाँ टाइगर का सबसे बेहतरीन या वन ऑफ द बेस्ट कहा जा सकता है। सोनम बाजवा को भी जबरदस्त लगा है और उनका काम उत्कृष्ट है। एक्शन करते हुए वे जबरदस्त लगती हैं। अब पंजाबी इंडस्ट्री के बाद बॉलीवुड में उनके आगे बढ़ने का समय आ गया है। उनके डायलॉग्स में पूरी तरह से पंजाबी एक्सेंट नहीं जगह बनाता है। हरनाज संधू का काम भी उत्कृष्ट है। ये किरदार उनपर सूट करता है। उन्हें अपनी डायलॉग डिलीवरी पर और काम करना होगा। संजय दत्त को भी जबरदस्त लगे हैं, उनकी स्क्रीन प्रेंजेस उत्कृष्ट है। सौरभ सचदेवा सबसे अद्वितीय हैं, वे एक ऐसे एक्टर के रूप में उभर रहे हैं जो एक सीन में भी उत्कृष्ट काम कर देता है जिसे आप याद रख जाते हैं। यहाँ वे जब स्क्रीन पर आते हैं तो कहर मचा देते हैं।
राइटिंग और डायरेक्शन