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Friday, September 19, 2025
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खुशबू से भी पसंद-नापसंद का पता लगाना आसान हो जाएगा, गोरमे परफ्यूम मेंटल हेल्थ को भी फायदा पहुंचाते हैं।

गोरमे परफ्यूम्स एक प्रकार का परफ्यूम है, जिसमें खाने-पीने की चीजों जैसी खुशबू होती है। इसमें वनीला, चॉकलेट, कॉफी, बिस्किट, क्रीम और अन्य स्वादिष्ट खाद्य पदार्थों की खुशबू होती है। इस परफ्यूम की खुशबू से लोगों की पसंद-नापसंद का पता भी चल जाता है।

सोचिए कि आप एक जगह में हैं, जहां हवा में ताजी बेकरी की खुशबू फैली है जैसे गर्म वनीला कुकीज, पिघलती हुई चॉकलेट या मीठा कैरेमल। आप कुछ नहीं खा रहे हैं, लेकिन आपको लगता है जैसे आपने अपनी पसंदीदा मिठाई का स्वाद ले लिया हो। यह एक नया ट्रेंड है जिसे गोरमे परफ्यूम्स कहा जाता है। गोरमे परफ्यूम्स में खाने-पीने की चीजों की सुगंध होती है जैसे वनीला, चॉकलेट, कॉफी, बिस्किट, क्रीम आदि। इसकी खुशबू से पसंद-नापसंद का पता भी चल जाता है। 2025 में इन परफ्यूम्स की मांग में 24 प्रतिशत की वृद्धि देखी गई है। ये सिर्फ अच्छी सुगंध के लिए नहीं है, बल्कि अब मानसिक स्वास्थ्य, ताजगी और भूख को नियंत्रित करने के लिए भी उपयोग किया जाता है। चलिए जानते हैं कि गोरमे परफ्यूम्स मानसिक स्वास्थ्य को कैसे फायदा पहुंचाते हैं।

गोरमे परफ्यूम्स क्या हैं?

गोरमे परफ्यूम्स वे खुशबू वाले परफ्यूम होते हैं, जिनकी सुगंध खाने की चीजों जैसी होती है। जैसे ताजा बने केक की मिठास, मीठे बिस्किट्स, कॉफी या हॉट चॉकलेट, बटरस्कॉच, कैरेमल या वनीला जैसी मिठास। इन परफ्यूम्स को सुगंधित करके न केवल एक अच्छी खुशबू का अनुभव होता है, बल्कि दिमाग को भी वही अनुभव मिलता है जो कुछ अच्छा और मीठा खाने से मिलता है। वह भी बिना कैलोरी बढ़ाए।

डायट करने वालों के लिए बेस्ट परफ्यूम

आजकल लोग तेजी से वजन घटाने वाली दवाओं जैसे Ozempic, Wegovy और Mounjaro का उपयोग कर रहे हैं। इन दवाओं का प्रभाव होता है कि भूख कम हो जाती है, परंतु मिठाई खाने की इच्छा बनी रहती है। इस संदर्भ में, गोरमे परफ्यूम लोगों को मानसिक संतोष प्रदान करने में मदद कर रहे हैं। मिठी खुशबू से दिमाग को वही आनंद मिलता है, जो केक या आइसक्रीम खाने से मिलता है, परन्तु बिना खाए, इस तरह लोग ओवरईटिंग से भी बच रहे हैं।

गोरमे परफ्यूमस मेंटल हेल्थ को कैसे फायदा देते हैं

अद्यतन: एक अध्ययन के अनुसार, गोरमे परफ्यूम्स मूड को बेहतर बनाने में मदद कर सकते हैं। जब हम वनीला या चॉकलेट जैसी कोई मीठी खुशबू महसूस करते हैं, तो हमारे दिमाग में फील गुड हार्मोन रिलीज होते हैं, जो तनाव और बेचैनी को कम कर सकते हैं। इसलिए, अब कई लोग इन परफ्यूम्स को सिर्फ फैशन स्टेटमेंट के रूप में नहीं, बल्कि मेंटल वेलनेस का हिस्सा बनाने में भी देख रहे हैं। खासकर युवा वर्ग में इन परफ्यूम्स को लेकर बहुत उत्साहित हैं।

विश्वसनीय डेटा फर्म Statista के अनुसार, 2025 में वैश्विक परफ्यूम मार्केट में 3.3 प्रतिशत की वृद्धि होगी और इसमें गोरमे परफ्यूम्स का महत्वपूर्ण योगदान होगा। एक शोध के अनुसार, 2025 तक इन परफ्यूम्स की मांग में 33.9 प्रतिशत तक वृद्धि हो सकती है।

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