महाराष्ट्र न्यूज: राज ठाकरे ने बताया कि उन्होंने ट्रैफिक व्यवस्था को लेकर एक विस्तृत प्लान तैयार किया है, जिसे उन्होंने मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के सामने पेश किया। इस बैठक में मुंबई पुलिस कमिश्नर देवेन्द्र भारती और ट्रैफिक के जॉइंट कमिश्नर अनिल कुंभारे भी मौजूद रहे।महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस से मुलाकात को लेकर एमएनएस प्रमुख राज ठाकरे ने अपनी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा, “2014 में मैंने एस्थेटिक्स पर एक डॉक्यूमेंट्री बनाई थी। टाउन प्लानिंग मेरी व्यक्तिगत रुचि है। राज्य के बड़े जिलों में विकास कार्य हो रहे हैं, लेकिन जनसंख्या और वाहनों की संख्या में तेज़ी से इज़ाफा हुआ है। हम कबूतर और हाथी जैसे प्रतीकात्मक मुद्दों में उलझे हुए हैं, जबकि ज़रूरत इस बात की है कि सरकार असली और ज़मीनी समस्याओं पर ध्यान दे।”राज ठाकरे ने आगे कहा, “यहां गाड़ियों को खड़ा करने की व्यवस्था पर किसी का ध्यान नहीं है। मैंने ट्रैफिक सुधार के लिए एक योजना बनाई है, जिसे मुख्यमंत्री के सामने प्रस्तुत किया। इस दौरान मुंबई पुलिस कमिश्नर देवेन्द्र भारती और ट्रैफिक के जॉइंट कमिश्नर अनिल कुंभारे भी मौजूद थे।”
फुटपाथ पर रंग बनाना चाहिए- राज ठाकरे
उन्होंने कहा कि फुटपाथ पर रंगीन निशान बनाए जाने चाहिए ताकि लोगों को स्पष्ट हो सके कि गाड़ियां कहां पार्क नहीं करनी चाहिए। इसके साथ ही इस संबंध में विज्ञापन अखबारों में छपवाने का भी प्रस्ताव दिया गया है। उन्होंने यह भी बताया कि कई बाइक सवार नियमों का पालन नहीं करते हैं।
रास्ता बनाना एक धंधा है- एमएनएस प्रमुख
उन्होंने कहा कि सड़क बनाना एक ऐसा धंधा बन गया है जहां रास्ता जानबूझकर खराब रखा जाता है ताकि बार-बार टेंडर निकल सकें। उन्होंने यह भी कहा कि कॉन्ट्रैक्टरों के खिलाफ कार्रवाई नहीं होती है।कबूतर वाले मामले पर क्या बोले राज ठाकरे?
कबूतर वाले मामले पर क्या बोले राज ठाकरे?
मुंबई के गड्ढों को लेकर राज ठाकरे ने कहा, “अगर घर में चूहे आते हैं तो लोग क्या करते हैं? गणपति बप्पा की सवारी करना अलग बात है, इसका मतलब यह नहीं कि हम उनके साथ खाना खाते हैं। और कौन-से जैन लोग कबूतर की सवारी करते हैं? क्या लोगों का स्वास्थ्य महत्वपूर्ण नहीं है?
देवेंद्र फडणवीस-राज ठाकरे की मुलाकात से राजनीतिक हलचल तेज
बताया जा रहा है कि आज (21 अगस्त) राज ठाकरे की मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस से मुलाकात के बाद राज्य की राजनीतिक हलचल अचानक तेज हो गई, जिससे कई कयासों का दौर शुरू हो गया है।
