Fatehpur News: यूपी के फतेहपुर में स्थित नवाब अब्दुल समद मकबरे के विषय में उठे विवाद का आंकड़ा बढ़ रहा है। हिन्दू संगठनों ने इस मकबरे को हिन्दू मंदिर के रूप में मानने की मांग की है और पूजा-पाठ की इच्छा जताई है।

उत्तर प्रदेश में फतेहपुर के अबूनगर इलाके में स्थित मकबरे के बारे में एक विवाद उठा है। सोमवार को, बजरंग दल और हिन्दू संगठनों के लोगों ने मकबरे को नुक़सान पहुंचाने की कोशिश की। उन्होंने दावा किया कि नवाब अब्दुल समद मकबरा वास्तव में ठाकुर जी का मंदिर है। पुलिस ने सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए हैं।
फतेहपुर जिले के रेडईया मोहल्ले में स्थित नवाब अब्दुल समद मकबरे को भाजपा जिला अध्यक्ष समेत बजरंगदल और विश्व हिन्दू परिषद ने 200 साल पुराना ठाकुर जी का मंदिर होने का दावा किया। इसके बाद यहां पूजा पाठ करने की चेतावनी दी गई थी। इसके बाद आज सुबह से ही बड़ी संख्या में हिन्दू संगठनों के कार्यकर्ता यहां इकट्ठा हो गए हैं।
हिन्दू संगठनों ने मंदिर का होने का दावा किया।
हिन्दू संगठनों के चेतावनी देने के बाद से जिला प्रशासन ने मकबरे के बाहर बल्लियों से बैरिकेटिंग की, लेकिन भारी भीड़ ने बल्लियों की बैरिकेडिंग को रोक नहीं पाया और लोग मकबरे में प्रवेश कर गए, इसके बाद उन्होंने मकबरे को लाठी डंडों से तोड़ने की कोशिश की. हिन्दू संगठनों ने यहां पूजा पाठ करने की मांग की।
हिंदू संगठनों ने पूजा-पाठ की मांग की।
बजरंग दल के सह संयोजक धर्मेंद्र सिंह ने कहा कि प्रशासन हमें रोक नहीं पाएगा। हमारा पूजनीय स्थान हमारा अधिकार है और हम हिन्दू धर्म के अनुयायी हैं। हमें उन लोगों को समझाने के लिए एकत्रित होना होगा जो हमारे मंदिर को कब्रिस्तान के रूप में देख रहे हैं। हमें रास्ता नहीं मिला तो हम अपने हक के लिए संघर्ष करेंगे। हमें किसी भी प्रकार की बैरिकेडिंग नहीं रोक सकेगी। हम धर्म के नाम पर आगे बढ़ेंगे और मंदिर में पूजा करेंगे। इसके अतिरिक्त कोई और विकल्प नहीं है हमारे पास। हम मंदिर जाएंगे, पूजा करेंगे, और उसी भावना के साथ रहेंगे।
मौके पर बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया।
मामले की गंभीरता के दृष्टिकोण से, मौके पर भारी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया है। जिलाधिकारी और सभी उच्च रैंक के पुलिस अधिकारी घटना स्थल पहुंच चुके हैं। पूरे क्षेत्र में तनाव की गहराई को देखकर पता चल रहा है। पुलिस लगातार क़ानून और व्यवस्था को सुनिश्चित करने में जुटी हुई है।