रिसर्चर्स ने कंप्यूटर सिमुलेशन का उपयोग करके खोजा कि जब इन दोनों दवाओं को साथ में लिया जाता है तो कुछ व्यक्तियों में एक्यूट किडनी इंजरी हो सकती है. यह गंभीर स्थिति है.

आइबुप्रोफेन दुनियाभर में सबसे अधिक उपयोग की जाने वाली दर्द और बुखार की सस्ती और प्रभावशाली दवा है, जिसे पहले सुरक्षित माना जाता था। हालांकि, कुछ सालों से इसके साइड इफेक्ट्स पर बहस हो रही है, जिसके आगे मेडिकल एक्सपर्ट्स और डॉक्टर्स ने कुछ लोगों को पूरी तरह से इससे बचने की सलाह दी है, क्योंकि यह उन्हें गंभीर नुकसान पहुँचा सकती है।
वाटरलू यूनिवर्सिटी की एक नई रिसर्च से भी ऐसी ही वॉर्निंग मिली है कि हाई ब्लड प्रेशर की कुछ मेडिसिन्स के साथ आइबुप्रोफेन का इस्तेमाल करने से किडनी को डैमेज पहुंच सकता है. यह उन लोगों के लिए खास इंफॉर्मेशन है, जो अपनी बीपी की मेडिसन के साथ पेनकिलर भी लेते हैं.
बढ़ जाता है ट्रिपल व्हैमी का रिस्क
रिसर्च के अनुसार, हाई ब्लड प्रेशर से जूझ रहे कई लोग दो तरह की दवाएं लेते हैं। पहली है डायूरेटिक्स, जो शरीर से अतिरिक्त पानी निकालने में मदद करती हैं, और रेनिन-एंजियोटेंसिन सिस्टम इन्हिबिटर्स, जो ब्लड वेसल्स को शांत करती हैं। अक्सर इन दोनों दवाओं का साथ में इस्तेमाल किया जाता है।
रिसर्चर्स ने कंप्यूटर सिमुलेशन का उपयोग करके पाया कि जब इन दोनों दवाओं का सेवन किया जाता है, तो कुछ व्यक्तियों में एक्यूट किडनी इंजरी का खतरा हो सकता है। यह गंभीर स्थिति है, जिसमें किडनी अचानक सही ढंग से काम करना बंद कर देती है और कुछ मामलों में यह नुकसान स्थायी भी हो सकता है। इसे ट्रिपल व्हैमी इफेक्ट कहा जाता है, क्योंकि हर दवा किडनी के कार्य को प्रभावित करती है और उनका संयोजन किडनी पर बहुत अधिक दबाव डालता है, विशेष रूप से जब डाइहाइड्रेशन भी हो।
इनको रहना चाहिए केयरफुल
हालांकि, यह प्रॉब्लम सभी को नहीं होगी, लेकिन कुछ लोगों में इसका रिस्क ज्यादा होता है. खासकर जिन्हें पहले से ही किडनी प्रॉब्लम या दूसरी हेल्थ इश्यूज हैं, उन्हें ज्यादा केयरफुल रहना चाहिए.
एसिटामिनोफेन कर सकते हैं यूज
डॉ. अनीता लेटन की नेतृत्व में रिसर्च टीम लोगों को मोटिवेट कर रही है कि ओवर-द-काउंटर दवाएँ भी डॉक्टर की पर्ची वाली दवाओं के साथ प्रभावी हो सकती हैं। यदि आप ब्लड प्रेशर की दवा लेते हैं और पेन के लिए दवा की आवश्यकता है, तो एसिटामिनोफेन का उपयोग करने की सलाह दी जाती है इबुप्रोफेन की बजाय, क्योंकि यह किडनी पर कम हानिकारक प्रभाव डालता है।
नए दवाई लेने से पहले, चाहे वह पेनकिलर हो या कोई और दवा, अपने डॉक्टर या फार्मासिस्ट से परामर्श लेना बेहद महत्वपूर्ण है। यह एक महत्वपूर्ण स्मरण है कि दवाई को मिलाना हानिकारक साबित हो सकता है। सावधानी बरतने से आपकी जिद्नी सुरक्षित रहेगी और आपके इलाज में सुरक्षित और प्रभावी बना रहेगा।