पीएनबी हाउसिंग के एमडी और सीईओ गिरीश कौसगी के इस्तीफे के बाद बीएसई पर इसके शेयर में भारी गिरावट आई. कारोबार के दौरान पीएनबी हाउसिंग के शेयर 15 प्रतिशत तक कम हो गए. कौसगी 28 अक्टूबर 2025 को अपने पद से हट जाएंगे.

पीएनबी हाउसिंग के बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स ने उनका इस्तीफा स्वीकार कर लिया है और कहा है कि 28 अक्टूबर 2025 से वे कंपनी की अनुषंगी कंपनियों – PHFL होम लोन एंड सर्विसेज लिमिटेड और PEHEL फाउंडेशन- के निदेशक मंडल में भी निदेशक नहीं रहेंगे.
पीएनबी हाउसिंग फाइनेंस ने शेयर बाजार को शुक्रवार को दी सूचना में कहा कि कंपनी इस बात की पुष्टि करती है कि वह अपनी रणनीतिक और व्यावसायिक प्राथमिकताओं तथा वृद्धि के लिए प्रतिबद्ध है, जिसकी नींव रखने में कौसगी ने अहम भूमिका निभाई.
बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स की नामांकन एवं पारिश्रमिक समिति के चेयरमैन आर. चंद्रशेखरन ने कहा कि कंपनी नेतृत्व पद पर नई नियुक्ति के लिए एक कठोर, पारदर्शी और योग्यता आधारित चयन प्रक्रिया शुरू करेगी, जो पीएनबी हाउसिंग फाइनेंस की विरासत को आगे बढ़ाएगी.
उन्होंने कहा, “हमें विश्वास है कि हम जल्द ही एक उपयुक्त पेशेवर का चयन करेंगे, जो हमारी रणनीतिक दिशा और दीर्घकालिक मूल्य सृजन को गति देगा.” पंजाब नेशनल बैंक द्वारा प्रवर्तित पीएनबी हाउसिंग फाइनेंस, भारत की तीसरी सबसे बड़ी हाउसिंग फाइनेंस कंपनी है. गिरीश कौसगी के इस्तीफे के ऐलान के साथ ही पीएनबी हाउसिंग का शेयर बाजार में शुरुआत में 10 प्रतिशत गिरा और इंट्राडे ट्रेडिंग में 15 प्रतिशत तक टूटकर 838.30 रुपये तक आ गया.