Saturday, August 2, 2025
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महाराष्ट्र पुलिस ने साइबर ठगी गिरोह का पर्दाफाश किया है, जिसमें एक अंतरराष्ट्रीय कनेक्शन भी सामने आया है। करोड़ों की संपत्ति भी इस गिरोह से जब्त की गई है।

महाराष्ट्र पुलिस द्वारा साइबर धोखाधड़ी रैकेट का पर्दाफाश किया गया है। इसमें फर्जी KYC के माध्यम से 62 लाख कॉल्स कर ली गईं और 85 लाख की क्रिप्टोकरेंसी जब्त की गई। साथ ही 11 आरोपी गिरफ्तार किए गए हैं।

महाराष्ट्र की रायगढ़ साइबर पुलिस ने एक महत्वपूर्ण सफलता हासिल की है। उन्होंने एक साइबर ठगी नेटवर्क का पर्दाफाश किया है, जिसकी पहुंच देश के कई राज्यों के साथ-साथ अंतरराष्ट्रीय स्तर तक फैली थी।

इस मामले में 11 आरोपीयों को गिरफ्तार किया गया है, जो खुद को केंद्र सरकार और जांच एजेंसियों के  अधिकारी बताकर बुजुर्गों को धोखे में लेते थे। यह मामला उज्जवल हुआ जब 23 मई को रायगढ़ के एक बुजुर्ग निवासी ने शिकायत दर्ज कराई कि उसके साथ 66 लाख रुपये की ठगी हुई है।

व्हाट्सएप और वॉइस कॉल्स के जरिए धमकाया
एक व्यक्ति को व्हाट्सएप और वॉइस कॉल्स के माध्यम से धमकाया गया और मनी लॉन्ड्रिंग के गलत आरोपों में गिरफ्तार होने की धमकी देकर पैसे लेलिए गए. इस राशि को एक सेंट्रल बैंक खाते में भेजा गया था, जिसका नाम अब्दुस सलाम बरभुयान के नाम पर था.

जांच के दौरान पुलिस को पता चला कि इस रकम को Nivi Cloud Pvt. Ltd. नामक कंपनी के जरिए प्रोसेस किया गया था, जिसका सर्वर पनवेल के Yotta Data Center में स्थित था। कंपनी के निदेशक “विनीत दुवा” का नाम और पहचान फर्जी पाई गई।

 B.Tech ग्रैजुएट चला रहा था अंतरराष्ट्रीय SIP नेटवर्क
नदीम अहमद, लराइब खान, शादान खान और मोहम्मद फैसल खान को जौनपुर जिले से गिरफ्तार किया गया है, जो फर्जी KYC दस्तावेज तैयार करने में शामिल थे। उनके साथ ही, जियो के 2 सेल्स मैनेजर विनय कुमार राव और गंगाधर मट्टन ने फर्जी SIP लाइनों के लिए तकनीकी सहायता प्रदान की थी।

इस रैकेट का मास्टरमाइंड हरदोई निवासी अभय संतप्रकाश मिश्रा था, जो B.Tech ग्रैजुएट है. वह SIP कॉलिंग सर्वर सेटअप कर अंतरराष्ट्रीय नेटवर्क ऑपरेट करता था. पुलिस के अनुसार, मिश्रा का नेटवर्क पाकिस्तान, नेपाल, चीन, बांग्लादेश और कनाडा तक फैला था.

28 दिन में 62 लाख कॉल्स का खुलासा

मिश्रा के सर्वर से 28 दिनों में 62 लाख कॉल्स की गईं, जिनमें 87,000 कॉल्स महाराष्ट्र में की गई थीं. पुलिस ने उससे 35 मोबाइल, कई डिवाइसेज और 112 बैंक खातों से संबंधित दस्तावेज बरामद किए. साथ ही 85 लाख रुपये की क्रिप्टोकरेंसी और कई संपत्तियां जब्त की गईं.

दिल्ली से मोहसिन मिया खान को 6,175 सिम कार्ड्स और 26 मोबाइल फोनों के साथ पकड़ा गया. वहीं, राजस्थान से MBA ग्रैजुएट शम्स ताहिर खान को अवैध SIP कनेक्शनों की मार्केटिंग में संलिप्त होने पर गिरफ्तार किया गया.

रायगढ़ पुलिस के मुताबिक, इस नेटवर्क का दायरा बहुत बड़ा है और जांच में कई आरोपियों के खुलासे हो सकते हैं.

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