महागठबंधन की बैठक में पुराने मुद्दों पर ही चर्चा हुई। कई घंटों की बैठक के बाद भी सीएम चेहरे और सीट शेयरिंग पर कोई निर्णय नहीं लिया जा सका।
बिहार चुनाव के संबंध में महागठबंधन की सातवें बैठक ने बुधवार को खुशनुमा माहौल में समाप्त हो गई, लेकिन वहाँ तक कोई ठोस निर्णय नहीं लिया गया जिसके तहत सीटों का बंटवारा हो. सीएम फेस के संबंध में भी कोई आलान नहीं किया गया. सभी दलों के नेता बैठक में शामिल थे और पुराने मुद्दों पर ही चर्चा हुई. बैठक के बाद बिहार कांग्रेस प्रभारी कृष्णा अल्लावरु ने सीएम फेस के सवाल को टाल दिया. महागठबंधन में तेजस्वी यादव के लिए अपनी उम्मीदों को पूरा करना मुश्किल हो सकता है. अब भी सीटों के बंटवारे पर कोई ठोस निर्धारण नहीं हुआ है, और रणनीति में भी कोई स्पष्टता नहीं है. इस समय महागठबंधन की चुनावी रणनीति सीमित है और सीटों के बंटवारे पर फिर भी चर्चा जारी है.
महागठबंधन के नेता निर्णय लिया है कि रक्षा बंधन के बाद बिहार में जनता के बीच रैली की जाएगी। नौ प्रमंडलों में रैली होगी और उन्हें बिहार के मुद्दों पर चर्चा करने का मौका मिलेगा। राहुल गांधी भी इसमें शामिल होंगे। चुनावी धंधे में जो गड़बड़ हुई है, उसे सुधारने का वादा किया गया है। नामांकन सूची से नाम कटवाए गए हैं, कानून और व्यवस्था में सुधार की आवश्यकता है, पलायन, बेरोजगारी, और गरीबी पर ध्यान देने की जरूरत है। ये सभी मुद्दे जनता के सामने रखे जाएंगे।