मुंबई । शिवसेना (यूबीटी) के सांसद संजय राउत ने सोमवार को पत्रकारों से बातचीत में अंतरराष्ट्रीय और स्थानीय मुद्दों पर अपनी राय रखी। उन्होंने इजरायल-ईरान युद्ध, भारत-पाकिस्तान संबंध और ‘मराठी भाषा पर खतरे’ जैसे विषयों पर खुलकर बात की।
उन्होंने शांति की वकालत करते हुए युद्ध के दुष्परिणामों पर चिंता जताई और केंद्र सरकार की नीतियों पर सवाल उठाए। उन्होंने कहा, “युद्ध किसी के हित में नहीं है, चाहे वह इजरायल-ईरान के बीच हो या भारत-पाकिस्तान के बीच। युद्ध में सबसे ज्यादा नुकसान आम लोगों का होता है। लोगों के घर उजड़ जाते हैं, रोजी-रोटी छिन जाती है, और बमबारी में निर्दोष मारे जाते हैं।”
उन्होंने सुझाव दिया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से बात करनी चाहिए, क्योंकि ईरान के राष्ट्रपति से बात करने से कोई लाभ नहीं होगा।

राउत ने ट्रंप की नीतियों पर सवाल उठाते हुए कहा, “वह भारत-पाकिस्तान के बीच तनाव कम करने की बात करते हैं, लेकिन ईरान पर हमले और इजरायल का समर्थन कर दोहरा रवैया अपनाते हैं। भारत ने ट्रंप के लिए ‘नमस्ते ट्रंप’ जैसे बड़े आयोजन किए। फिर भी, ट्रंप की नीतियां भारत के हितों के अनुरूप नहीं दिखतीं। ईरान एक स्वाभिमानी और मजबूत देश है। किसी भी राष्ट्र को अपने बचाव का अधिकार है, जैसे भारत को है, वैसे ही ईरान को।”