नई दिल्ली – रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष से पाकिस्तान को दी गई एक अरब डॉलर की मदद पर फिर से पुनर्विचार करने की अपील की है। केंद्रीय मंत्री ने आशंका जताई है कि पाकिस्तान इस राशि का दुरुपयोग आतंकी गतिविधियों को संचालित करने में कर सकता है।
गुजरात के भुज में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने सैन्यकर्मियों को संबोधित करते हुए कहा कि भारत नहीं चाहता कि आईएमएफ को दिए जाने वाले उसके धन का इस्तेमाल प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से पाकिस्तान या किसी अन्य देश में आतंकवादी बुनियादी ढांचा तैयार करने में किया जाए।
उन्होंने कहा, ‘‘मेरा मानना है कि आज के समय में पाकिस्तान को किसी भी तरह की वित्तीय सहायता आतंकवाद के वित्तपोषण से कम नहीं है।’’ उन्होंने कहा, “भारत चाहेगा कि आईएमएफ पाकिस्तान को दी गई एक अरब डॉलर की सहायता पर पुनर्विचार करे और भविष्य में किसी भी प्रकार की सहायता देने से परहेज करे।”
सिंह ने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर में भारत के सशस्त्र बलों ने न केवल दुश्मन पर दबदबा बनाया बल्कि उन्हें खत्म करने में भी सफलता प्राप्त की। उन्होंने आतंकवाद के खिलाफ अभियान को प्रभावी ढंग से चलाने के लिए भारतीय वायु सेना की सराहना की।
“हमारी वायु सेना ने अपनी वीरता, साहस और गौरव से नई और महान ऊंचाइयों को छुआ है।” सिंह समग्र सुरक्षा स्थिति की समीक्षा करने के लिए भुज वायुसेना स्टेशन पहुंचे। यहां स्थित वायुसेना का अड्डा उन सैन्य बुनियादी ढांचे में से एक था, जिसे पाकिस्तान ने दोनों देशों के बीच चार दिनों तक चले टकराव के दौरान निशाना बनाया था।