
Pakistan Election Result: PTI ने दावा किया है कि उसके समर्थित उम्मीदवारों ने सबसे अधिक सीटें जीती हैं, लेकिन नतीजों में हेरफेर किया गया. फॉर्म 45 में जीते कैंडिडेट को फॉर्म 47 में हरा दिया गया.
पाकिस्तान चुनाव में धांधली के मामले अब कोर्ट तक पहुंच गए हैं. भारी संख्या में हारे हुए उम्मीदवार अनंतिम परिणामों को चुनौती देने के लिए कोर्ट का दरवाजा खटखटा रहे हैं. देश की अदालतें ऐसे मामलों से भर गई हैं. लगातार चुनाव परिणामों में देरी के बाद रविवार को यह मामला प्रकाश में आया.
पीटीआई ने दावा किया है कि उसके समर्थित उम्मीदवारों ने सबसे अधिक सीटें जीती हैं, लेकिन उसे बहुमत से दूर करने के लिए नतीजों में हेरफेर किया गया. इसी वजह से इमरान समर्थित उम्मीदवारों ने अदालतों का रुख किया है.
इन उम्मीदवारों ने कोर्ट में याचिका दायर की
डॉन अखबार की एक रिपोर्ट के अनुसार, परिणामों के खिलाफ चुनौती दाखिल करने वालों में से अधिकांश पीटीआई समर्थित निर्दलीय हैं, जिनमें पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री परवेज इलाही और उनकी पत्नी कैसरा, खैबर-पख्तूनख्वा (केपी) के पूर्व वित्त जैसे हाई-प्रोफाइल राजनेता शामिल हैं. मंत्री तैमूर झगरा और पूर्व केपी स्पीकर महमूद जान, इस्लामाबाद स्थित वकील शुएब शाहीन, पंजाब के पूर्व स्वास्थ्य मंत्री डॉ. यास्मीन राशिद, साथ ही उस्मान डार की मां रेहाना डार, जो पीटीआई सरकार में युवा मामलों की प्रभारी थीं.
लाहौर में पीएमएल-एन सुप्रीमो नवाज शरीफ, उनकी बेटी मरियम नवाज, पीएमएल-एन अताउल्लाह तरार और पूर्व रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ की जीत पर उच्च न्यायालय में अलग-अलग याचिकाओं में आलोचना की गई. इस दौरान फॉर्म 47 में हेरफेर का आरोप लगाया गया.
रिजल्ट बदलने का आरोप
याचिकाकर्ताओं का दावा है कि उन्हें सौंपे गए व्यक्तिगत मतदान केंद्रों के परिणाम दिखाने वाले फॉर्म 45 के अनुसार वे अपने विरोधियों के खिलाफ सफल थे. उनकी अनुपस्थिति में उनकी जीत को फॉर्म 47 में हार में बदल दिया गया. उन्होंने चुनाव परिणामों में बदलाव में मिलीभगत का भी आरोप लगाया है और मांग की है कि फॉर्म 47 के परिणाम फॉर्म 45 के अनुसार तैयार किए जाएं. पीपी 146 सियालकोट में उमर डार की पत्नी रुबा उमर ने चुनाव नतीजों को चुनौती दी है. फॉर्म 45 के मुताबिक रुबा उमर जीत गई हैं, लेकिन जाहिर तौर पर फॉर्म 47 में मिलीभगत के कारण उनकी हार हुई है.
मरियम की सीट पर भी चुनौती
एनए-119 से मरियम की जीत को स्वतंत्र उम्मीदवार शहजाद फारूक ने चुनौती दी है, उन्होंने आरोप लगाया कि पीठासीन अधिकारियों ने फॉर्म 45 नहीं दिया और रिटर्निंग अधिकारी ने उनकी अनुपस्थिति में परिणाम जारी किया. फारूक का दावा है कि उसने मरियम के खिलाफ जीत हासिल की है लेकिन धांधली के कारण वह हार गया. इसी तरह से भारी संख्या में हारे हुए उम्मीदवारों ने कोर्ट का दरवाजा खटखटाया है.