महाराष्ट्र चुनाव में आल इंडिया उलेमा बोर्ड ने MVA से ऐसी मांग की है कि भाजपा नेता रवि शंकर प्रसाद भड़क गए हैं. उन्होंने कहा है कि ऐसी बड़ी मांगे तोड़ने वाली और पीड़ा दायक हैं.
वक्फ बोर्ड संशोधन विधेयक को लेकर सियासत गरमाई हुई है. विपक्षी दल लगातार इसका विरोध कर रहे हैं. इस बीच भाजपा नेता और कानून मंत्री का रवि शंकर प्रसाद ने कहा है कि आल इंडिया उलेमा बोर्ड ने महा विकास अघाड़ी के नेताओं से आग्रह किया है कि वे लोग वक्फ कानून का विरोध करें और कांग्रेस नेता नाना पटोले ने भी उन्हें इसका आश्वासन दिया है.
रवि शंकर प्रसाद ने कहा कि आल इंडिया उलेमा बोर्ड महाराष्ट्र ने नाना पटोले, शरद पवार और उद्धव ठाकरे से 2024 के चुनाव में मांग की है की वक्फ कानून का विरोध हो. सरकारी नौकरी में 10 फीसदी मुस्लिम आरक्षण हो. पुलिस भर्ती में मुस्लिम युवाओं को प्राथमिकता दी जाए.
राहुल गांधी से किया सवाल
रवि शंकर प्रसाद ने कहा कि ऐसी कई बड़ी मांगे है, ये बहुत तोड़ने वाली और पीड़ा दायक है. आल इंडिया उलेमा बोर्ड की चिट्ठी पर कांग्रेस ने जवाब भी दिया है. कांग्रेस ने कहा है कि वह निश्चित रूप से उनकी मांगों पर कदम उठाएंगे. वह बोले, “नाना पटोले से क्या कहें… राहुल गांधी से सवाल है कि क्या आप जानते हो धर्म आधारित आरक्षण नहीं हो सकता है. आप रोज संविधान की बातें करते हो और संविधान की कॉपी लेकर चलते हो, लेकिन आपको ये नहीं मालूम कि धर्म आधारित आरक्षण नहीं दिया जा सकता है.”
किसकी मर्जी से नाना पटोले ने इसे मानने के लिए पत्र लिखा
रवि शंकर प्रसाद ने राहुल गांधी से पूछा, “मुस्लिम जमात आपसे मुसलमानों के लिए नौकरी और शिक्षा में आरक्षण की मांग कर रही है. भाजपा आपसे जानना चाहती है कि जब संविधान में चाहे हिंदू हो या मुसलमान हो, धर्म आधारित आरक्षण नहीं दिया जा सकता तो फिर नाना पटोले किसकी मर्जी से इसे मानने के लिए पत्र लिखा. आप वोट के लिए कितना नीचे जाएंगे, देश को तोड़ने की बात करते हैं. न आप संविधान समझते है और न ही संविधान के भाव को समझते हैं और न ही देश को समझते हैं.