अमेरिका चुनाव 2024 के नतीजों में 4 साल के गैप के बाद फिर एक बार ट्रंप सरकार बनने जा रही है. रिपब्लिकन पार्टी ने बहुमत के 270 के आंकड़े को क्रॉस कर दिया है.
डोनाल्ड ट्रंप को संयुक्त राज्य अमेरिका (यएसए) का 47वां राष्ट्रपति चुना गया है. इसे उनकी असाधारण वापसी माना जा रहा है. उन्हें 538 में से 277 सीटें मिली हैं. ये बहुमत के आंकड़े 270 से ज्यादा हैं. डेमोक्रेटिक पार्टी की कमला हैरिस ने उन्हें कड़ी टक्कर दी लेकिन वो 224 सीटें जीत पाईं.
डोनाल्ड ट्रंप 2016 में पहली बार राष्ट्रपति बने थे. इसके बाद 2020 के चुनाव में भी उन्होंने हाथ आजमाया था लेकिन जो बाइडेन ने उन्हें हरा दिया था. इस बार भी उनकी टक्कर जो बाइडेन से होने थी लेकिन अंत समय में उन्हें हटाकर कमला हैरिस को उम्मीदवार बना दिया गया. डोनाल्ड ट्रंप सेकेंड वर्ल्ड वार के बाद दूसरे ऐसे नेता हैं जो एक गैप के बाद दोबारा राष्ट्रपति बनेंगे.
रिपब्लिकन ने सीनेट भी हासिल किया बहुमत
हालांकि राज्यों को आधिकारिक परिणामों की घोषणा करने में कई दिन या सप्ताह लगेंगे क्योंकि उन्हें औपचारिकताएं और मतगणना पूरी करनी होगी, लेकिन परंपरा के अनुसार मीडिया ने मतगणना के आंकड़ों के विश्लेषण के आधार पर उन्हें विजेता घोषित किया. 78 साल की उम्र में, वह व्हाइट हाउस में कदम रखने वाले सबसे उम्रदराज राष्ट्रपति होंगे. वह हारने के बाद चुने जाने वाले अमेरिकी इतिहास के दूसरे राष्ट्रपति बन गए हैं. इससे पहले यह रिकॉर्ड सिर्फ ग्रोवर क्लीवलैंड के नाम था जो 1892 में दूसरी बार चुनाव जीते थे. डोनाल्ड ट्रंप की यह दूसरी जीत इस लिहाज से भी खास है कि इस बार रिपब्लिकन पार्टी ने सीनेट में बहुमत हासिल कर लिया है.
डोनाल्ड ट्रंप ने रचा इतिहास
अमेरिका के इतिहास में डोनाल्ड ट्रंप पहले ऐसे नेता हैं, जिन्होंने दो महिलाओं को हराकर चुनाव जीता है. इस बार के चुनाव में उन्होंने कमला हैरिस को हराया तो इससे पहले 2016 के चुनाव में ट्रंप ने हिलेरी क्लिंटन को हराया था. इससे भी दिलचस्प बात ये है कि 2024 और 2016 के अलावा कभी कोई महिला राष्ट्रपति पद का चुनाव नहीं लड़ी.
अमेरिका के ऊपरी और निचले सदन में भी रिपब्लिकन का जलवा
अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव के अलावा संसद के दोनों सदन के सीनेट और हाउस ऑफ रिप्रजेंटेटिव का इलेक्शन भी हुआ. इसमें सीनेट के चुनाव में रिब्लिकन ने बहुमत के आंकड़े 51 को पार कर लिया है तो वहीं, हाउस ऑफ रिप्रजेंटेटिव में अभी बहुमत के आंकड़े 2018 से पीछे है. फिलहाल रिपब्लिकन को 193 सीटें मिली हैं.