बता दें कि उत्तर प्रदेश में विधासभा की 9 सीटों, पंजाब में चार सीटों और केरल में एक सीट पर उपचुनाव होना है. चुनाव के नतीजे 23 नवंबर को ही आएंगे. पहले ये चुनाव 13 नवंबर को होना था.
उत्तर प्रदेश, पंजाब और केरल में होने वाले विधानसभा उपचुनावों की तारीख में बदलाव हो चुका है. चुनाव आयोग ने सोमवार (4 नवंबर 2024) को त्योहारों के मद्देनजर राजनीतिक दलों की ओर से की गई मांग के बाद नई तारीख का ऐलान किया. अब इन राज्यों में 13 नवंबर की जगह 20 नवंबर को मतदान होगा, लेकिन बड़ा सवाल ये है कि आखिर क्यों आखिरी समय में चुनाव की तारीख बदली गई.
दरअसल, कांग्रेस और अन्य राजनीतिक दलों ने इन राज्यों में पड़ने वाले अलग-अलग त्योहारों और अन्य आयोजनों की वजह से मतदान की तारीख में बदलाव की मांग की थी. चुनाव आयोग के सूत्रों के अनुसार, राष्ट्रीय और राज्य स्तरीय कई दलों ने त्योहार के कारण मतदान की तारीख में बदलाव की मांग की. चुनाव आयोग ने उनके अनुरोध पर ध्यान देते हुए यह फैसला किया.
केरल में क्या है दिक्कत?
कांग्रेस के अनुसार, केरल में पलक्कड़ विधानसभा क्षेत्र में मतदान होना है. यहां बड़ी समस्या ये है कि मतदाताओं का एक बड़ा हिस्सा 13 से 15 नवंबर 2024 तक मनाए जाने वाले “कलपथी रास्तोलसवम” उत्सव में व्यस्त रहेगा. इसलिए कांग्रेस ने यहां तारीख बदलने की मांग की थी.
यूपी में कार्तिक पूर्णिमा है वजह?
उत्तर प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी (BJP), बहुजन समाज पार्टी (BSP) और राष्ट्रीय लोकदल (RLD) के अनुसार, कार्तिक पूर्णिमा मनाने के लिए लोग तीन-चार दिन पहले ही यात्रा कर लेते हैं. यहां उसी दौरान मतदान भी होना है.
पंजाब के लिए दिया ये तर्क
कांग्रेस ने पंजाब में होने वाले उपचुनाव के लिए भी मतदान की तारीख में बदलाव की मांग की थी. कांग्रेस के अनुरोध के अनुसार, पंजाब में श्री गुरु नानक देव जी का 555वां प्रकाश पर्व 15 नवंबर 2024 को मनाया जाना है और यहां 13 नवंबर से अखंड पाठ का आयोजन किया जाना है. ऐसे में कांग्रेस को अंदेशा है कि ऐसे में वोटर उन आयोजनों में व्यस्त होने के कारण हो सकता है कि मतदान में शामिल न हों.