बंगाल की खाड़ी आमतौर पर अक्टूबर के महीने में चक्रवातों का निर्माण करती है, जो ज्यादातर समय ओडिशा को प्रभावित करते हैं. 18 अक्टूबर से राज्य में हल्की बारिश हो सकती है, लेकिन 20 अक्टूबर के बाद भारी से बहुत भारी बारिश होने का अनुमान है. आंध्र प्रदेश और पुडुचेरी पर भी इस तूफान का असर दिखेगा.
नई दिल्ली/भुवनेश्वर:
मॉनसून की विदाई के साथ-साथ कई राज्यों में बारिश का दौर भी जारी है. चेन्नई, आंध्र प्रदेश के कई इलाकों में पिछले 3 दिन लगातार बारिश हुई. अब भारत मौसम विज्ञान विभाग यानी IMD ने ओडिशा, आंध्र प्रदेश और पुडुचेरी में अगले 3 दिनों के लिए भारी बारिश और चक्रवात का अनुमान जताया है. IMD भुवनेश्वर की डायरेक्टर मनोरमा मोहंती ने कहा, “बंगाल की खाड़ी में एक तूफान उठा है. ये तूफान तेजी से ओडिशा की तरफ बढ़ रहा है. 18 अक्टूबर से राज्य में हल्की बारिश हो सकती है, लेकिन 20 अक्टूबर के बाद भारी से बहुत भारी बारिश होने का अनुमान है. आंध्र प्रदेश और पुडुचेरी पर भी इस तूफान का असर दिखेगा.”
बंगाल की खाड़ी आमतौर पर अक्टूबर के महीने में चक्रवातों का निर्माण करती है, जो ज्यादातर समय ओडिशा को प्रभावित करते हैं. भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) भुवनेश्वर की डायरेक्टर मनोरमा मोहंती ने न्यूज एजेंसी ANI से कहा, “20 अक्टूबर के आसपास उत्तरी अंडमान सागर के ऊपर एक चक्रवात (Cyclonic Circulation) बनने की संभावना है. इसके प्रभाव से 22 अक्टूबर के आसपास मध्य बंगाल की खाड़ी के ऊपर एक कम दबाव का क्षेत्र भी बन सकता है.”
ओडिशा में 23 से 25 अक्टूबर को चक्रवाती तूफान का अनुमान
मनोरमा मोहंती कहती हैं, “ये साइक्लोनिक सर्कुलेशन उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़कर तेज हो सकता है. इसलिए ओडिशा में 23, 24 और 25 अक्टूबर के दौरान भारी बारिश की गतिविधि और चक्रवाती तूफान का अनुमान है. आंध्र प्रदेश के नेल्लोर और उत्तरी पुद्दुचेरी में भी इस चक्रवात का असर दिख सकते है.”
10 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से आगे बढ़ रहा तूफान
IMD की मानें, तो बंगाल की खाड़ी में उठा चक्रवाती तूफान करीब 10 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ रहा है. इससे चेन्नई समेत तमिलनाडु के कई इलाकों में बारिश हो सकती है. मोहंती ने कहा, “अभी चक्रवात की पोजिशन को लेकर पूर्वानुमान करना जल्दबाजी होगी. IMD लगातार इस सिस्टम की निगरानी कर रहा है.”
23 अक्टूबर को बांग्लादेश तट से टकराने की संभावना
मौसम विभाग के पूर्वानुमान में कहा गया है कि 22 अक्टूबर को इस तूफान के बंगाल की खाड़ी के पूर्व-मध्य में विकसित होने की उम्मीद है, जो आगे और तीव्र होकर 22 अक्टूबर तक लगभग उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ेगा. फिर उत्तर की ओर बढ़ते हुए 23 अक्टूबर तक एक तीव्र चक्रवाती तूफान के रूप में बांग्लादेश तट पर पहुंचेगा. IMD ने अभी तक अपने बुलेटिन में संभावित सिस्टम के बारे में कोई पूर्वानुमान नहीं लगाया है.