Hindustan Aeronautics: डिपार्टमेंट ऑफ पब्लिक इंटरप्राइजेज के अनुसार, वित्त मंत्रालय ने HAL को महारत्न बनाने का फैसला किया है. इससे कंपनी को अपने फैसले लेने की और ज्यादा आजादी मिल जाएगी.
Hindustan Aeronautics: पब्लिक सेक्टर की डिफेंस कंपनी हिंदुस्तान एरोनॉटिक्स लिमिटेड (Hindustan Aeronautics ltd) को महारत्न का दर्जा मिल गया है. वह इस मुकाम तक पहुंचने वाली 14वीं कंपनी बन गई है. डिपार्टमेंट ऑफ डिफेंस प्रोडक्शन के तहत काम करने वाली इस कंपनी का वित्त वर्ष 2023-24 में टर्नओवर 28,162 करोड़ रुपये और मुनाफा 7,595 करोड़ रुपये रहा था. पिछले कुछ समय से कंपनी के स्टॉक में आ रही गिरावट के बाद अब एचएएल (HAL) के महारत्न बनने के चलते सोमवार को इसके स्टॉक में उछाल आने की पूरी संभावना है.
वित्त मंत्रालय ने मंजूर किया HAL का महारत्न दर्जा
डिपार्टमेंट ऑफ पब्लिक इंटरप्राइजेज (Department of Public Enterprises) ने घोषणा की है कि वित्त मंत्रालय (Ministry of Finance) ने एचएएल को महारत्न का दर्जा दे दिया है. इस प्रस्ताव को मंत्री समूह की मंजूरी पहले ही मिल गई थी. इसे डिफेंस सेक्टर (Defense Sector) की दिग्गज कंपनियों में गिना जाता है. महारत्न का दर्जा मिल जाने के बाद अब कंपनी अपने ज्यादातर फैसले खुद ले सकेगी. इसे सरकार की मंजूरी की जरूरत नहीं पड़ेगी. इससे एचएएल के प्रोजेक्ट तेजी से आगे बढ़ सकेंगे.
मिनीरत्न, नवरत्न और महारत्न चुनती है सरकार
भारत सरकार ने अच्छा प्रदर्शन करने वाले कंपनियों के लिए तीन कैटेगरी बनाई हुई हैं. इन्हें मिनीरत्न (Miniratna), नवरत्न (Navratna) और महारत्न का दर्जा अलग-अलग लेवल पर दिया जाता है. हर दर्जा हासिल होने के बाद कंपनी मैनेजमेंट की ताकत बढ़ती चली जाती है. साथ ही वह निवेश से अलावा कई बड़े फैसले सरकार की मंजूरी के बिना भी ले सकते हैं.
इन कंपनियों को पहले ही दिया जा चुका है यह स्टेटस
अभी तक भारत सरकार ने बीएचईएल (BHEL), बीपीसीएल (BPCL), कोल इंडिया (Coal India), गेल (GAIL), एचपीसीएल (HPCL), इंडियन ऑयल (Indian Oil), एनटीपीसी (NTPC), ओएनजीसी (ONGC), पावर ग्रिड (Power Grid), सेल (SAIL), ऑयल इंडिया (Oil India) और पीएफसी (PFC) को महारत्न का विशेष दर्जा दिया हुआ है.