इन दिनों ज्यादातर नौजवान लोग हार्ट अटैक के कारण मर रहे हैं. इसके पीछे का कारण बताया जा रहा है कि वर्कप्लेस पर काफी ज्यादा प्रेशर रहने के कारण नौजवान हार्ट अटैक का शिकार हो जाते हैं.
जो लोग वर्किंग हैं वह उनका 10-12 घंटा वर्कप्लेस पर ही बितता है. लेकिन हर इंसान का वर्कप्लेस अलग-अलग होता है. अगर किसी व्यक्ति का वर्कप्लेस काफी ज्यादा तनाव से भरपूर होता है तो उसका सीधा असर उसके मेंटल हेल्थ पर होता है. वर्कप्लेस पर खराब माहौल के कारण दिमाग और शरीर दोनों सफर करते हैं. अगर कोई व्यक्ति काम के कारण पूरे दिन तनाव महसूस करता है तो इसकी वजह से उसे कई सारी शीरीरिक समस्याओं का सामना करना पड़ता है.
अक्सर जो लोग वर्किंग होते हैं वह डिप्रेशन, तनाव या एंजाइटी जैसी कई मेंटल प्रॉब्लम से जूझते हैं, जिसका सबसे बड़ा कारण यह होता है कि वह अपने काम को प्रभावी ढंग से मैनेज नहीं कर पाते है और इसके चलते समय पर काम पूरा नहीं हो पाता है. इसी कारण काम का प्रेशर इतना ज्यादा होता है कि ये आगे जाकर डिप्रेशन का रूप ले लेता है और इससे आपकी मेंटल और फिजिकली दोनों हेल्थ प्रभावित होती है.
ऑफिस के टेंशन को ऐसे करें कंट्रोल
ऐसे में आज हम आपको बताते हैं कि कैसे आप अपने ऑफिस के तनाव को इन चार तरीके से आसानी से कम कर सकते हैं.
जब भी आप घर से ऑफिस जाते हैं, तो अपने काम का रिव्यू खुद करें. 10 मिनट खुद के लिए निकाले और खुद के प्रश्नों का उत्तर दें कि क्या आप अच्छा काम कर रहे हैं? आपकी रणनीति क्या है?