Tsunami In Stock Market: शेयर बाजार में तेज गिरावट के चलते बीएसई पर लिस्टेड स्टॉक्स का मार्केट कैप 10.58 लाख करोड़ रुपये घटकर 364.28 लाख करोड़ रुपये पर आ गया है
Stock Market Crash Update: खराब संकेतों और देसी निदेशी निवेशकों की भारी बिकवाली के चलते भारतीय शेयर बाजार में गिरावट बढ़ गई है और सेंसेक्स 1800 तो निफ्टी में 550 से ज्यादा अंकों की गिरावट के साथ कारोबार कर रहा है. बैंकिंग, एफएमसीजी, ऑटो और आईटी शेयरों में तेजी बिकवाली के चलते बाजार में ये गिरावट आई है. निफ्टी बैंक 1170 अंकों की गिरावट के साथ कारोबार कर रहा है. मिडकैप और स्मॉलकैप शेयरों में भी बारी गिरावट है. सेंसेक्स 1800 अंकों की गिरावट के साथ फिलहाल 82,466 और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 558 अंकों की गिरावट केसाथ 25,240 अंकों पर कारोबार कर रहा है.
L&T के शेयर में बड़ी गिरावट
शेयर बाजार में गिरावट का हाल ये है कि सेंसेक्स के 30 शेयरों में 2 स्टॉक्स तेजी के साथ और 28 गिरावट के साथ कारोबार कर रहे हैं. निफ्टी के 50 शेयरों में 4 शेयरों में केवल तेजी है जबकि 46 स्टॉक्स में गिरावट देखी जा रही है. तेजी वाले स्टॉक्स में जेएसब्ड्यू स्टील 1.76 फीसदी, टाटा स्टील 0.30 फीसदी, ओएनजीसी 0.19 फीसदी, डॉ रेड्डी 0.03 फीसदी की तेजी के साथ कारोबार कर रहा है. गिरने वाले शेयरों में एल एंड टी 41.4 फीसदी, मारुतु सुजुकी 4.05 फीसदी, एशियन पेंट्स 4.04 फीसदी, रिलायंस 3.75 फीसदी, एक्सिस बैंक 3.70 फीसदी, बजाज फिनसर्व 3.70 फीसदी, बजाज फाइनेंस 3.67 फीसदी की गिरावट के साथ कारोबार कर रहा है.
निवेशकों को 10.58 लाख करोड़ का नुकसान
बाजार में गिरावट की सुनामी के चलते निवेशकों को बड़ा नुकसान हुआ है. बीएसई पर लिस्टेड स्टॉक्स का मार्केट कैप 10.58 लाख करोड़ रुपये घटकर 364.28 लाख करोड़ रुपये पर आ गया है जो पिछले सेशन में 374.86 लाख करोड़ रुपये रहा था.
क्यों गिरा शेयर बाजार
ईरान और इजरायल क बीच बढ़ते तनाव का असर दुनियाभर के शेयरों पर देखने को मिला है और इसके असर से भारतीय शेयर बाजार भी अछूता नहीं है. मिडिल ईस्ट में तनाव के चलते कच्चे तेल के दामों में उछाल देखने को मिला है. ब्रेंट क्रूड की कीमत 75 डॉलर प्रति बैरल के करीब तनाव के चलते पहुंची बै जिसके चलते भारतीय बाजार में गिरावट आई है.
साथ ही मंगलवार 1 अक्टूबर को शेयर बाजार के रेगुलेटर सेबी ने फ्यूचर एंड ऑप्शन पर सख्ती करते हुए कई फैसले लिए हैं जो कि 20 नवंबर से लागू होने जा रहा है. इसके चलते भी बाजार में मायूसी है. साथ ही चीन में राहत पैकेज के एलान के बाद निवेशक चीन का रूख कर रहे हैं जिससे भारतीय शेयर बाजार में बेचैनी है.