इजरायल ने सोमवार सुबह लेबनान की राजधानी बेरूत के रिहायशी इलाकों में बमबारी की है. कोला इलाके में बहुमंजिला आवासीय इमारत को निशाना बनाकर हुए हमले में कम से कम 4 लोगों की मौत हो गई, जबकि कई लोग घायल हो गए. इसके साथ ही हमास के लेबनान चीफ को आईडीएफ ने मार गिराया है.
इजरायल और लेबनान के हिज्बुल्लाह के बीच भारी बमबारी का दौर जारी है. सोमवार की सुबह इजरायल ने लेबनान की राजधानी बेरूत के रिहायशी इलाकों में हवाई हमले किए. कोला इलाके में मिसाइल से एक बहुमंजिला आवासीय इमारत को निशाना बनाया. इसमें कम से कम 4 लोगों की मौत हो गई, वहीं कई लोग घायल हो गए. इसके साथ ही आईडी ने हमास के लेबनान चीफ फ़तेह शेरिफ़ को मार गिराने का दावा किया है. इसके साथ ही लेबनान आर्मी के एक जवान की भी मौत हो गई.
आईडीएफ ने बताया कि आतंकवादी संगठन हमास के लेबनान शाखा के प्रमुख फतेह शेरिफ को एयरफोर्स के सटीक हमले में मार गिराया गया. वो लेबनान में हमास की आतंकवादी गतिविधियों को हिज्बुल्लाह के लड़ाकों के साथ समन्वयित करने के साथ भर्ती और हथियारों की सप्लाई का काम देखता था. शेरिफ यूनाइटेड नेशन रिलीफ एंड वर्क्स एजेंसी का मान्यता प्राप्त सदस्य था. लेबनान में उसके शिक्षक संघ का प्रमुख था.
उधर, स्थनीय मीडिया के मुताबिक लगभग एक साल के संघर्ष में पहली बार ऐसा हुआ जब इजरायल ने मध्य बेरूत के रिहायशी इलाकों पर हमले किए है. इजरायल की ओर से लगतार हो रहे हमले को लेकर लेबनान के कार्यवाहक प्रधानमंत्री नाजिब मिकाती ने कहा कि इजरायल को रोकने के लिए उनके पास कूटनीतिक विकल्प के अलावा और कोई विकल्प नहीं हैं. उन्होंने एक बयान में कहा, ”हम कूटनीति की भूमिका पर विचार करने में एक क्षण भी संकोच नहीं करेंगे. हमारे पास कूटनीतिक विकल्प के अलावा कोई विकल्प नहीं है. इस दिशा में हम तेजी से काम कर रहे हैं.”
इसके साथ ही लेबनान के प्रधानमंत्री ने बताया कि इजरायल के लगातार जारी हवाई हमलों की वजह से पूरे देश में 10 लाख से ज्यादा लोगों को विस्थापित होना पड़ा है. और ये अभी तक का हुआ सबसे बड़ा विस्थापन है. लेबनान के स्वास्थ्य मंत्रालय ने जानकारी दी है कि रविवार को हुए इजरायली हवाई हमलों में 50 से ज्यादा लोगों की जान चली गई. सबसे ज्यादा जाने सिडोन शहर में गई, जहां पर दो इमारतों को निशाना बनाया गया.
दूसरी तरफ इजरायल ने लेबनान में हिज्बुल्लाह के ठिकानों पर हमला करने के बाद अब यमन में हूती विद्रोहियों को निशाना बनाया. इजरायली लड़ाकू विमानों ने यमन में तेल आयात के लिए इस्तेमाल किए जाने वाले बंदरगाहों और पावर प्लांट पर हमले किए. इजरायली सेना का दावा है कि जिन बंदरगाहों और बुनियादी ढाचों पर हमले किए गए हैं, उनका इस्तेमाल ईरानी हथियारों को लाने और ले जाने के लिए किया जा रहा था.
ये हमले यमन के रस इस्सा और होदेइदाह इलाकों में किए गए. इसमें कम से कम 4 लोगों के मारे जाने और कई के घायल होने की भी खबर है. न्यूज एजेंसी रॉयटर्स के मुताबिक ये हमला रविवार को हुए उस हमले के जवाब में माना जा रहा है जो कि यमन के हूती विद्रोहियों ने किया था. उन्होंने तेल अवीव पर मिसाइल दागे थे, जिसके बाद तेल अवीव के अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे सहित पूरे मध्य इजरायल में सायरन बजने लगे.