BJP Membership Drive: सदस्यता अभियान खत्म होने के बाद संगठनात्मक बदलाव किए जाएंगे, जिनमें बूथ अध्यक्ष, भाजपा मंडल अध्यक्ष से लेकर जिलाध्याक्ष और प्रदेश स्तर पर संगठन में फेरबदल होंगे.
BJP Membership Drive: भारतीय जनता पार्टी देशभर में सदस्यता अभियान चला रही है. 25 सितंबर को इस अभियान के पहले चरण की प्रक्रिया संपन्न हो जाएगी. जिसके बाद बीजेपी आगे की प्रक्रिया शुरू करेगी. माना जा रहा है कि सदस्यता अभियान पूरा होने के बाद सबसे पहले पार्टी के संगठन में बदलाव किया जाएगा. जिसमें बूथ अध्यक्षों के चयन किया जाएगा. इसके साथ ही पार्टी कार्यकर्ताओं की सक्रियता को देखते हुए उन्हें संगठन में स्थान दिया जाएगा.
सदस्यता अभियान खत्म होने के बाद भाजपा में कई संगठनात्मक बदलाव किए जाएंगे, जिनमें बूथ अध्यक्षों के साथ-साथ भाजपा मंडल अध्यक्षों से लेकर जिलाध्याक्षों और प्रदेश स्तर पर संगठन में कई बड़े फेरबदल करने की तैयारी में हैं. यूपी में जल्द ही दस सीटों पर उपचुनाव होने हैं. उम्मीद है कि नवंबर महीने में ये चुनाव कराए जा सकते हैं. ऐसे में संगठन में बदलाव के बाद पार्टी नई ऊर्जा के साथ मैदान में होगी.
संगठन में होगा बड़ा बदलाव
बीजेपी ने दो सितंबर से देशभर में सदस्यता अभियान की शुरूआत की थी. सबसे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पार्टी की सदस्यता ली, जिसके बाद अभियान को आगे बढ़ाया गया. यूपी में 3 सितंबर को सीएम योगी आदित्यनाथ और दोनों डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य और ब्रजेश पाठक ने बीजेपी की सदस्यता ली. यूपी में अब तक एक करोड़ से ज्यादा नए सदस्य बन चुके हैं. बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी ने ख़ुद इसकी जानकारी अपने सोशल मीडिया हैंडल से दी थी.
बीजेपी सदस्यता अभियान के पहले चरण की प्रक्रिया 2 सितंबर से 25 सितंबर तक चलेगी. इसके बाद दूसरे चरण का अभियान एक अक्टूबर से 15 अक्टूबर तक चलेगा और 16 अक्टूबर से पार्टी के सक्रिय सदस्य बनने का अभियान चलेगा. बीजेपी का सक्रिय सदस्य बनने के लिए 100 साधारण सदस्य बनाने का लक्ष्य दिया गया है और बूथ स्तर तक 200 सदस्य बनाने का लक्ष्य रखा गया है.
भारतीय जनता पार्टी ने संगठन के लिहाज से यूपी को 98 हिस्सों में विभाजित किया है. बीजेपी की नजर उन इलाकों पर है जगहों पर लोकसभा चुनाव में पार्टी ने खराब प्रदर्शन किया है. ऐसे में सदस्यता अभियान के बाद यहां संगठन में फेरबदल हो सकते हैं, जिसके बाद कई नए चेहरे देखने को मिल सकते हैं. यूपी उपचुनाव इनके लिए पहली परीक्षा के तौर पर होंगे.