Civil Aviation Ministry: हाल ही में एयर केरला को मंजूरी दी गई थी. अब उत्तर प्रदेश को भी अपनी पहली एयरलाइन मिलने वाली है. सिविल एविएशन मिनिस्ट्री से मंजूरी के बाद अब उन्हें DGCA के पास जाना होगा.
Civil Aviation Ministry: इंडिगो (Indigo) और एयर इंडिया (Air India) के कब्जे वाले इंडियन एविएशन सेक्टर में अब एक नई एयरलाइन की एंट्री होने वाली है. सिविल एविएशन मिनिस्ट्री (Civil Aviation Ministry) ने इस नई एयरलाइन को मंजूरी दे दी है. इसका नाम शंख एयर (Shankh Air) होगा. शंख एयर को अपनी सेवा शुरू करने से पहले अब डीजीसीए (DGCA) से मंजूरी लेनी होगी. यह एयरलाइन यूपी के लखनऊ और नोएडा को अपना गढ़ बनाएगी.
उत्तर प्रदेश की पहली एयरलाइन बनेगी शंख एयर
शंख एयर की वेबसाइट के अनुसार, यह उत्तर प्रदेश की पहली एयरलाइन बनने वाली है. कंपनी की योजना देश के सभी बड़े शहरों को अपनी सेवा शुरू करने की है. कंपनी न सिर्फ उत्तर प्रदेश के अंदर बल्कि बाहर भी हाई डिमांड और कम फ्लाइट वाले रूट से अपनी सर्विस शुरू करेगी.
सिविल एविएशन मिनिस्ट्री से मिली मंजूरी के अनुसार, कंपनी को एफडीआई (FDI) और सेबी (SEBl) के नियमों का पालन भी करना होगा. मंत्रालय की और से दी गई एनओसी तीन साल के लिए वैध है.
एविएशन मार्केट पर इंडिगो और एयर इंडिया का राज
भारत के सिविल एविएशन मार्केट पर फिलहाल इंडिगो और एयर इंडिया का राज है. इंडिगो की बाजार हिस्सेदारी 63 फीसदी है. यह देश की सबसे बड़ी एयरलाइन है. उधर, एयर इंडिया भी टाटा ग्रुप (Tata Group) के पास आने के बाद तेजी से विस्तार कर रही है.
उसका विस्तारा (Vistara) के साथ मर्जर इसी साल नवंबर में होने वाला है. अगले साल एयर इंडिया ने एयरएशिया इंडिया (AirAsia India) और एयर इंडिया एक्सप्रेस (Air India Express) के मर्जर की योजना भी बनाई हुई है. इसके चलते उसका दबदबा और बढ़ेगा.
इन दो बड़े प्लेयर्स के सामने टिकने में अन्य कंपनियों को दिक्कत आ रही है. गो एयर (Go Air), किंगफिशर एयरलाइन्स (Kingfisher Airlines) और जेट एयरवेज (Jet Airways) बंद हो चुकी है. उधर, स्पाइस जेट (SpiceJet) के सामने भी आर्थिक संकट चल रहा है. स्पाइस जेट का मार्केट शेयर भी 75 फीसदी कम होकर सिर्फ 2.3 फीसदी रह गया है.
ये नए खिलाड़ी मार्केट में जंग करेंगे तेज
हालांकि, तेजी से बढ़ते एविएशन सेक्टर (Aviation Sector) में अपनी जगह बनाने के लिए अकासा एयर (Akasa Air) और फ्लाई91 (Fly91) जैसे नए खिलाड़ी भी जोर लगा रहे हैं. अकासा एयर को दिवंगत राकेश झुनझुनवाला (Rakesh Jhunjhunwala) का सपोर्ट हासिल था.
वहीं, फ्लाई91 के पीछे हर्ष राघवन (Harsha Raghavan) और मनोज चाको (Manoj Chacko) खड़े हुए हैं. इसके अलावा हाल ही में अफी अहमद के नेतृत्व वाली एयर केरला (Air Kerala) को भी मंजूरी मिली थी. अब शंख एयर की एंट्री के ऐलान के बाद नए खिलाड़ियों में मार्केट शेयर हथियाने की जंग तेज हो सकती है.