Joe Biden Meet PM Modi: क्वाड शिखर सम्मेलन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन से मुलाकात की, जहां बाइडेन ने अपने आवास पर मोदी का स्वागत किया.
Joe Biden Share Photos with PM Modi : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने क्वाड शिखर सम्मेलन में अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन से मुलाकात की, जहां बाइडेन ने अपने आवास पर मोदी का स्वागत किया. दोनों नेताओं ने मिलते ही एक दूसरे को गले लगाया. इसके बाद बाइडेन ने पीएम मोदी का हाथ थामा और उनको अपने घर के भीतर लेकर आए.
पूरे इतिहास की बात करें तो इस समय भारत की अमेरिका के साथ साझेदारी पहले के तुलना में ज्यादा मजबूत, घनिष्ठ और अधिक गतिशील है. जो बाइडन ने पीएम मोदी के साथ तस्वीरें शेयर करते हुए एक्स पोस्ट में लिखा कि प्रधानमंत्री मोदी, हर बार जब हम बैठते हैं, तो मैं सहयोग के नए क्षेत्रों को खोजने की हमारी क्षमता से प्रभावित होता हूं. आज भी कुछ अलग नहीं था.
कई द्विपक्षीय बैठकें भी करेंगे पीएम मोदी
पीएम मोदी की अमेरिका की यात्रा के दौरान उनके साथ विदेश मंत्री एस जयशंकर, विदेश सचिव विक्रम मिस्री और अमेरिका में भारत के राजदूत विनय मोहन क्वात्रा भी शामिल हैं. अमेरिकी टीम में विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन, राष्ट्रीय सुरक्षा मामलों के लिए राष्ट्रपति के सहायक टीएच जेक सुलिवन और भारत में अमेरिका के राजदूत एरिक गार्सेटी शामिल थे. इस तीन दिवसीय यात्रा पर पीएम मोदी ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री एंथनी अल्बानीज और जापान के प्रधानमंत्री फुमियो किशिदा के साथ अलग-अलग द्विपक्षीय बैठकें भी करेंगे. ये सभी क्वाड सम्मेलन के लिए ही अमेरिका आए हुए हैं.
अमेरिका जाते समय क्या बोले थे पीएम मोदी
वार्षिक क्वाड शिखर सम्मेलन अमेरिका का राष्ट्रपति जो बाइडन द्वारा अपने गृहनगर विलमिंगटन में आयोजित किया जा रहा है. सम्मेलन में इंडो-पैसिफिक में सहयोग को बढ़ावा देने और यूक्रेन और गाजा में संघर्षों के शांतिपूर्ण समाधान खोजने के तरीकों की खोज के लिए कई नई पहल शुरू करने की उम्मीद है. बता दें कि चार सदस्यीय क्वाड या चतुर्भुज सुरक्षा वार्ता, एक स्वतंत्र, खुले और समावेशी इंडो-पैसिफिक को बनाए रखने को लेकर आयोजित की जाती है. वहीं बीजिंग इसे चीन विरोधी समूह के रूप में देखता है. अमेरिका के लिए प्रस्थान करते समय पीएम मोदी ने कहा था कि वह क्वाड शिखर सम्मेलन के लिए अपने सहयोगियों राष्ट्रपति बिडेन, प्रधान मंत्री अल्बानीज और प्रधान मंत्री किशिदा के साथ शामिल होने के लिए उत्सुक हैं. यह मंच इंडो-पैसिफिक क्षेत्र में शांति, प्रगति और समृद्धि के लिए काम करने वाले समान विचारधारा वाले देशों के एक प्रमुख समूह के रूप में उभरा है.”