गाजा में 6 बंधकों के शव मिलने के बाद पूरे इजरायल में लोगों का आक्रोश बढ़ता जा रहा है. लोग बड़ी संख्या में अपनी सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर रहे है. प्रधानमंत्री नेतन्याहू ने मृतक के परिवार से माफी मांगी है. उन्होंने यरुशलम में कहा कि हम समझौते के करीब थे, लेकिन कामयाब नहीं हो पाए.
गाजा के रफाह में एक सुरंग से 6 इजरायली बंधकों के शव मिलने के बाद से इजरायल समेत कई देशों में प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के खिलाफ लोगों का गुस्सा भड़क गया है. इजरायल के कई शहरों में पुलिस के साथ प्रदर्शनकारियों की झड़प भी देखने को मिल रही है. बड़ी संख्या में लोग अपनी ही सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं. ऐसे में प्रधानमंत्री नेतन्याहू ने मृतकों के परिवार से माफी मांगी है.
प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने यरुशलम में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कहा कि हम समझौते के करीब थे, लेकिन कामयाब नहीं हो पाए. उन्होंने कहा, ”मैंने मृतक बंधकों के परिवारों से कहा और आज रात फिर से दोहराता हूं, मैं आपसे माफी चाहता हूं. हम उन्हें जिंदा वापस नहीं ला पाए. हम समझौते के बहुत करीब थे, लेकिन हम सफल नहीं हो पाए.” अमेरिकी राष्ट्रपति ने भी नेतन्याहू से नाराजगी से जाहिर की है.
बंधकों की मौत और लोगों के आक्रोश को देखते हुए राष्ट्रपति बाइडेन ने नेतन्याहू की कड़ी निंदा करते हुए आरोप लगाया कि उन्होंने बंधकों की रिहाई के लिए हमास के साथ समझौते और युद्धविराम के लिए पर्याप्त कोशिश नहीं की है. नेतन्याहू ने अमेरिकी राष्ट्रपति के बयान पर निराशा जाहिर की है. उन्होंने कहा, ”मुझे यकीन नहीं हो रहा है कि राष्ट्रपति बाइडेन ने ऐसा कहा है. मैं भरोसा नहीं कर पा रहा हूं.”
प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू यही नहीं रुके उन्होंने सीजफायर नहीं होने के लिए हमास को ज़िम्मेदार ठहराया. यही नहीं नेतन्याहू ने गाज़ा पर हमास के शासन नहीं करने देने का भी दावा किया और फिलाडेल्फी गलियारे से नहीं हटने की बात कही है. हालांकि, एक तरफ अब नेतन्याहू अपनी ज़िंद पर अड़े हैं और दूसरी तरफ उनके खिलाफ इज़रायल समेत कई देशों में लोगों का गुस्सा बढ़ता ही जा रहा है.
इजरायल में लोगों का प्रदर्शन उग्र हो गया है. तेल अवीव में प्रदर्शनकारियों की पुलिस के साथ जमकर झड़प हुई. सैकड़ों की तादाद में प्रदर्शनकारियों ने सड़कों पर आगजनी की और प्रधानमंत्री नेतन्याहू के खिलाफ नारे लगाए. इस दौरान देशभर में करीब दो दर्जन से ज़्यादा लोगों को गिरफ्तार भी किया गया. प्रदर्शनकारी नेतन्याहू से बचे हुए बंधकों की रिहाई के लिए हमास से समझौता करने की मांग कर रहे हैं.
इजरायली मीडिया के मुताबिक, सिर्फ तेल अवीव ही नहीं यरुशलम और कई शहरों में करीब 5 लाख लोगों ने प्रधानमत्री नेतन्याहू के खिलाफ प्रदर्शन किया. उन पर लगातार बंधकों की रिहाई के लिए गंभीरता नहीं दिखाने का आरोप लगाते रहे हैं. लिहाज़ा इजरायल की ट्रेड यूनियन ने भी देशव्यापी हड़ताल का ऐलान करते हुए मांग की है कि सरकार 101 बंधकों की रिहाई के लिए हमास के साथ जल्द समझौता करे.