Maharashtra Politics: ट्रेन का एक वीडियो आया है जिसमें एक बुजुर्ग व्यक्ति को कुछ युवक घेरकर बैठे हुए हैं और उनसे अभद्रता कर रहे हैं. हालांकि वे उन्हें गालियां क्यों दे रहे हैं यह पता नहीं चल पाया है.
Maharashtra News: कांग्रेस के राज्यसभा सांसद इमरान प्रतापगढ़ी (Imran Pratapgarhi) और एआईएमआईएम के नेता इम्तियाज जलील ने एक ट्रेन का वीडियो शेयर कर आरोप लगाया है कि कुछ युवक विशेष समुदाय के एक बुजुर्ग को परेशान कर रहे हैं. प्रतापगढ़ी ने इस वीडियो के जरिए पीएम मोदी को घेरा है और पूछा, ”नरेंद्र मोदी जी क्या ये वही अमृतकाल है जिसका आप बखान करते हैं ?”
दोनों ने जो वीडियो शेयर किया है इसमें देखा जा सकता है कि ट्रेन में एक व्यक्ति को कुछ युवक घेरकर बैठे हुए हैं. उनसे कुछ युवक सवाल पूछ रहे हैं और उन्हें भद्दी गालियां भी देते सुनाई दे रहे हैं. उनमें से एक ने उनका फोन छीन लिया है और फोन का पासवर्ड मांगता नजर आ रहा है. कुछ युवक वीडियो भी बना रहे हैं. लोग हिंदी और मराठी में बात कर रहे हैं. हालांकि कुछ स्पष्ट नहीं है कि उस बुजुर्ग व्यक्ति के साथ ऐसा व्यवहार क्यों हो रहा है.
इमरान प्रतापगढ़ी ने पीएम से पूछे तीखे सवाल
कांग्रेस नेता इमरान प्रतापगढ़ी ने पीएम मोदी और रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव को टैग करते हुए ‘एक्स’ पर लिखा, ”ये है मोदी जी का नया भारत, ट्रेन में यात्रा कर रहे एक बुज़ुर्ग मुस्लिम को एक पूरी भीड़ घेर कर मार रही है, धर्मसूचक गालियां दे रही है और ये सब हो रहा है सरकारी संरक्षण में. महाराष्ट्र के इगतपुरी के पास का बताया जा रहा ये वीडियो कितना दर्दनाक है.”
प्रतापगढ़ी आगे लिखते हैं, ” क्या भारत की ट्रेनों में यात्रा अब एैसी हो गई है कि कोई भी भीड़ किसी को भी पीट सकती है ? अश्विनी वैष्णव जी क्या एैसी घटनायें आपके संज्ञान में नहीं आतीं, नरेंद्र मोदी जी क्या ये वही अमृतकाल है जिसका आप बखान करते हैं ?”
मूकदर्शक नहीं बन सकते- इम्तियाज जलील
वहीं, एआईएमआईएम के महाराष्ट्र अध्यक्ष इम्तियाज जलील ने कहा, ”हम सिर्फ मूकदर्शक नहीं बने रह सकते. अब समय आ गया है कि हम, सभी धर्मनिरपेक्ष भारतीयों को इन ताकतों को हराने के लिए एक साथ आना चाहिए. इन लोगों के बीच कितना ज़हर फैल गया है और वे किसी ऐसे व्यक्ति के साथ ऐसा करने के बारे में कैसे सोच सकते हैं जो शायद उनके दादा की उम्र का है.”
इम्तियाज ने आगे कहा कि बहुत हो गया ज्ञापन देना और सोशल मीडिया पर अपना गुस्सा जाहिर करना. अगर सरकार और पुलिस आंखें मूंद रही है तो एक समुदाय के तौर पर हमें खड़े होकर इन ताकतों का मुकाबला करने की जरूरत है। यह अब एक सामान्य चलन बन गया है और हम भारतीय कुछ नहीं कर रहे हैं.