Ethanol from Sugarcane: इथेनॉल पॉलिसी में बदलाव करते हुए सरकार ने गन्ने से उत्पादन पर लगी पाबंदी पूरी तरह से हटा दी है. बदलाव का फायदा चीनी से जुड़े शेयरों को हो रहा है…
केंद्र सरकार ने इथेनॉल के उत्पादन से जुड़ी नीतियों में एक बड़ा बदलाव किया है. सरकार ने गन्ने से इथेनॉल बनाने पर लगी पाबंदी पूरी तरह से हटा दी है. इस बड़े बदलाव की जानकारी गुरुवार को एक नोटिफिकेशन में दी गई. इस बदलाव से गन्ना किसानों, चीनी मिलों और शेयर बाजार पर शुगर स्टॉक्स को फायदा होने की उम्मीद की जा रही है.
1 नवंबर से लागू होगी छूट
उपभोक्ता मामलों, खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण मंत्रालय ने 29 अगस्त को जारी एक नोटिफिकेशन में बताया कि गन्ने से इथेनॉल बनाने पर पाबंदी पूरी तरह से हटा ली गई है. अब चीनी मिलों को गन्ने के रस और शुगर सिरप से इथेनॉल बनाने की छूट मिल गई है. यह छूट इथेनॉल सप्लाई ईयर 2024-25 के लिए है. बदलाव 1 नवंबर 2024 से लागू होने वाला है.
अभी तक लगी हुई थी पाबंदी
अभी तक गन्ने के जूस या शुगर सिरप से इथेनॉल बनाने पर पाबंदी लगी हुई थी. चीनी मिल एक तय मात्रा में ही इथेनॉल बनाने के लिए गन्ने के जूस या शुगर सिरप का इस्तेमाल कर सकते थे. इस पाबंदी को हटाने के साथ ही सरकार ने इथेनॉल के उत्पादन के लिए बी-हैवी और सी-हैवी मोलासेज के इस्तेमाल को भी मंजूर कर दिया है.
क्या कहता है सरकारी नोटिफिकेशन?
मंत्रालय के आधिकारिक नोटिफिकेशन के अनुसार, चीनी मिल और डिस्टिलरी को तेल विपणन कंपनियों के साथ किए गए अरेंजमेंट के हिसाब से इथेनॉल सप्लाई ईयर 2024-25 के दौरान गन्ने के जूस, शुगर सिरप, बी-हैवी मोलासेज और सी-हैवी मोलासेज से इथेनॉल बनाने की मंजूरी दी गई है. सरकार ने इसके साथ ही डिस्टिलरीज को इथेनॉल के उत्पादन के लिए एफसीआई से 23 लाख टन तक चावल खरीदने की भी अनुमति दी है.
सरकार का ये है उद्देश्य
सरकार का उद्देश्य देश में इथेनॉल के उत्पादन को बढ़ावा देने का है. भारत सरकार ने ईंधनों में इथेनॉल मिलाने की खास रणनीति तैयार की है. उसके तहत पेट्रोल में पहले से इथेनॉल को ब्लेंड किया जा रहा है. अब डीजल में भी इथेनॉल मिलाने की तैयारियां चल रही हैं. सरकार पेट्रोल व डीजल में इथेनॉल मिलाकर देश को ऊर्जा जरूरतों की पूर्ति में आत्मनिर्भर बनाने व आयात पर निर्भरता कम करने का प्रयास कर रही है.
इन शेयरों ने भरी ऊंची उड़ान
इथेनॉल के उत्पादन की नीति में इस बदलाव से शुगर स्टॉक्स में शानदार तेजी देखी जा रही है. शुरुआती कारोबार में शुगर स्टॉक्स 10 फीसदी तक उछले हुए हैं. डालमिया भारत शुगर का शेयर सबसे ज्यादा 10.67 फीसदी की तेजी में है. इसी तरह अवध शुगर, बजाज हिंदुस्तान शुगर, बलरामपुर चीनी, बन्नारी अम्मन शुगर्स, धामपुर शुगर मिल्स जैसे चीनी स्टॉक 8-9 फीसदी उछले हुए हैं.