सैचुरेटेड फैट, नमक, ड्रिंक जैसी चीजों को खाते हैं तो उन्हें बैड कोलेस्ट्रॉल बढ़ने लगता है. इसके कारण हार्ट अटैक और स्ट्रोक का खतरा काफी ज्यादा बढ़ जाता है.
बहुत ज्यादा जंक और ऑइली फूड खाने से न सिर्फ मोटापा बल्कि बैड कोलेस्ट्रॉल भी बढ़ता है. दरअसल, इन दिनों खराब लाइफस्टाइल के कारण कोलेस्ट्रॉल का लेवल काफी ज्यादा बढ़ जाता है. इसके पीछे की सबसे बड़ी वजह है कि आप काफी ज्यादा अनहेल्दी फूड्स खाते हैं. जब लोग काफी ज्यादा सैचुरेटेड फैट, नमक, ड्रिंक जैसी चीजों को खाते हैं तो उन्हें बैड कोलेस्ट्रॉल बढ़ने लगता है. इसके कारण गुड कोलेस्ट्रॉल बढ़ने लगता है.
नसों में खून चिपकने लगता है
बैड कोलेस्ट्रॉल बढ़ने से नसों में खून चिपकने लगते हैं. जिसके कारण नसों में ब्लॉक हो जाते हैं और ऑक्सीजन की सप्लाई कम होने लगती है. इसके कारण हार्ट से जुड़ी गंभीर बीमारियों जैसे हार्ट अटैक, हार्ट स्ट्रोक का खतरा काफी ज्यादा बढ़ता है.
रेड मीट
कोलेस्ट्रॉल बढ़ने पर रेड मीट नहीं खाना चाहिए. इससे काफी तेजी में कोलेस्ट्रॉल बढ़ता है. रेड मीट में सैचुरेटेड फैट होता है. जो बैड कोलेस्ट्रॉल बढ़ाता है. अगर आप बैड कोलेस्ट्रॉल के मरीज हैं तो रेड न खाएं.
आइसक्रीम
अगर आप ज्यादा आइसक्रीम खाते हैं तो संभल जाइए, क्योंकि USDA की माने तो 100 ग्राम वनीला आइसक्रीम खाने से शरीर को 41 मिलीग्राम कोलेस्ट्रॉल मिल जाता है, जो कि दिल की सेहत के लिए हानिकारक है.
मक्खन
अगर मक्खन खाने का ज्यादा शौक है तो तुरंत सावधान हो जाइए. एक रिसर्च के मुताबिक, मक्खन हमारी नसों में जाकर जम जाता है, जिससे बैड कोलेस्ट्रॉल बढ़ने का खतरा काफी ज्यादा होता है. इससे कोरोनरी आर्टरी ब्लॉक हो सकती हैं.
बिस्किट
ज्यादातर लोग चाय और बिस्किट खाना पसंद करते हैं, जो कोलेस्ट्रॉल का लेवल बढ़ा सकते हैं. ऑस्ट्रेलिया की गर्वनमेंट हेल्थ वेबसाइट के अनुसार, बिस्किट प्रोसेस्ड फूड है, जिसमें सैचुरेटेड फैट काफई ज्यादा होता है. इससे कोरोनरी आर्टरी डिजीज होता है.
पकौड़े और फ्राइड चिकन
अगर आपको पकौड़े या फ्राइड चिकन ज्यादा पसंद है तो इसे अवॉयड करें. दरअसल, डीप फ्राइड चीजों में फैट का सबसे गंदा प्रकार पाया जाता है, जो ट्रांस फैट्स कहलाता है. इससे बैड कोलेस्ट्रॉल बढ़ने का खतरा ज्यादा होता है.
पिज्जा, बर्गर और पिज्जा
जंक फूड्स में अगर पिज्जा, बर्गर और पास्ता ज्यादा खाते हैं तो आज से ही आदत सुधार लें, क्योंकि इन्हें बनाने में मक्खन, क्रीम, पनीर और कई आर्टिफिशियल इंग्रीडिएंट्स का इस्तेमाल होता है, जो नसों में कोलेस्ट्रॉल बढ़ा सकती हैं.