Janmashtami 2024: जन्माष्टमी पर आज इस्कॉन और महावीर मंदिर में विशेष तैयारी, समय और दिन को लेकर दूर करें संशय
Janmashtami Celebration Today: जन्माष्टमी को लेकर आज (सोमवार) पटना के इस्कॉन मंदिर (Iskcon Temple) के साथ-साथ महावीर मंदिर (Mahavir Mandir) में भी विशेष तैयारी की गई है. इस्कॉन मंदिर में आज सुबह 7 बजे से रात के 12 बजे तक कई कार्यक्रम होंगे. यहां भारी संख्या में भक्तों की भीड़ होने की संभावना है. मंदिर के मीडिया प्रभारी नंद गोपाल दास ने बताया कि इस्कॉन मंदिर में जन्माष्टमी को लेकर बीते रविवार से ही कार्यक्रम शुरू है. यह 27 अगस्त तक चलता रहेगा. मुख्य रूप से आज (26 अगस्त) जन्माष्टमी है.
गोपाल दास ने कहा कि आज रात के 12 बजे तक कार्यक्रम होंगे. कई जगह से कीर्तन मंडली पहुंची है जो अपनी प्रस्तुति देगी. सबका समय निर्धारित है. इसके अलावा आज शाम सात से 12 बजे तक रासलीला का कार्यक्रम होगा. भक्त जो पूजा करने के लिए आएंगे उनकी सुरक्षा-व्यवस्था के विशेष इंतजाम किए गए हैं. मुख्य कार्यक्रम रात के 12 बजे होगा. उस वक्त भव्य आरती होगी. 251 चांदी के कलश और दक्षिणायन शंख से भगवान श्रीकृष्ण का अभिषेक होगा.
कहा गया कि कार्यक्रम के दौरान श्रीकृष्ण जन्मोत्सव के महत्व पर चर्चा होगी. पूजन के बाद महाप्रसाद का वितरण होगा. 27 अगस्त को दोपहर 12 से 2 बजे तक मंदिर में प्रभुपाद आविर्भाव महोत्सव मनाया जाएगा. इसमें कई प्रमुख लोगों के उपस्थित होने की संभावना है.
पटना महावीर मंदिर में क्या है तैयारी?
वहीं दूसरी ओर जन्माष्टमी को लेकर पटना के प्रसिद्ध महावीर मंदिर में भी विशेष तैयारी की जा रही है. मंदिर के दूसरे तल पर बने धनुर्धर अर्जुन के सारथी बने भगवान श्रीकृष्ण की प्रतिमा के समक्ष आज रात्रि 10 बजे से श्रीमदभागवत कथा पाठ प्रसंग शुरू होगा. 12 बजे आरती के साथ भगवान श्रीकृष्ण का पूजन होगा. इसके अलावा पटना के प्रसिद्ध गोरिया मठ राधे कृष्ण मंदिर में भी जन्माष्टमी को लेकर विशेष तैयारी की गई है.
26 और 27 को लेकर दूर करें संशय
उधर जन्माष्टमी की तिथि को लेकर संशय की स्थिति बनी हुई थी कि 26 अगस्त को होगा या 27 अगस्त को होगा. क्योंकि भगवान श्रीकृष्ण की जन्मस्थली मथुरा में आज 26 अगस्त को जन्मोत्सव मनाया जा रहा है जबकि वृंदावन के बांके बिहारी मंदिर में 27 अगस्त को जन्माष्टमी है. अयोध्या के मुख्य राम मंदिर में 27 अगस्त को जन्माष्टमी का पूरा कार्यक्रम है. अयोध्या में ही प्रसिद्ध हनुमानगढ़ी मंदिर में आज (26 अगस्त) जन्माष्टमी की तैयारी की गई है.
इस पर पटना महावीर मंदिर के सचिव आचार्य किशोर कुणाल ने कहा कि हमने विद्वान ब्राह्मण और ज्योतिषों से अपील की है कि हर वर्ष अलग-अलग तिथियों पर त्यौहार के आयोजन से भक्तों के बीच असमंजस की स्थिति उत्पन्न होती है. इस दुविधा से निवारण के लिए कोई सर्वमान्य नीति बनाकर एक मानक तैयार करना चाहिए.
तिथि को लेकर क्या कहते हैं विद्वान ब्राह्मण?
पटना के विद्वान ब्राह्मण अशोक कुमार पांडेय ने संशय पर कहा कि इस बार जन्माष्टमी 26 अगस्त को ही है. इसमें कोई समस्या नहीं है. सभी पंचांगों के अनुसार जन्माष्टमी का जो मुहूर्त होता है वह आज बीत रहा है. विष्णु पुराण के अनुसार भगवान श्रीकृष्ण का जन्म रात्रि 12 बजे रोहिणी नक्षत्र में हुआ था. आज (26 अगस्त) रोहिणी नक्षत्र रात्रि 9:10 बजे शुरू हो रहा है जो 27 अगस्त को 8:23 बजे रात्रि तक रहेगा.
कुछ साधु संत और वैष्णव लोग कल (27 अगस्त) जन्माष्टमी मनाने की बात कर रहे हैं उनका तथ्य है कि जिस दिन सूर्योदय होता है वही दिन मान्य होता है. इस अनुसार आज 26 अगस्त को सुबह 8:21 से अष्टमी का प्रवेश हो रहा और यह 27 अगस्त की सुबह 6:35 तक है. इसके बाद नौवीं तिथि का प्रवेश होगा. अष्टमी की उदयातिथि 27 अगस्त को है, लेकिन पूरा दिन और रात अष्टमी तिथि 26 अगस्त को बीत रहा है. इतना तक कि रोहिणी नक्षत्र भी 27 अगस्त को रात्रि 8:23 में ही समाप्त हो जा रहा है. भगवान श्रीकृष्ण का जन्म रात्रि 12 बजे हुआ था और ऐसे में रोहिणी नक्षत्र 26 अगस्त को है. ऐसे में आज के दिन ही जन्माष्टमी मनाना अति उत्तम है.