उत्तर प्रदेश पुलिस भर्ती एवं प्रोन्नति बोर्ड (यूपीपीआरपीबी) ने भी पेपर लीक की झूठी अफवाह फैलाने वाले व्यक्तियों के खिलाफ लखनऊ के हुसैनगंज में प्राथमिकी दर्ज कराई है.
UP Police Exam: यूपी के सभी 75 जिलों में उत्तर प्रदेश पुलिस भर्ती परीक्षा के दूसरे दिन शनिवार को 1174 केंद्रों पर 6,57,443 अभ्यर्थियों ने इम्तिहान दिया. परीक्षा को सकुशल संपन्न कराने के लिए 25 हजार पुलिसकर्मी और 2300 मजिस्ट्रेट तैनात रहे. पांच दिवसीय कवायद शुक्रवार को शुरू हुई और 31 अगस्त को समाप्त होगी.
एक बयान में कहा गया कि शनिवार को पुलिस ने पेपर लीक की अफवाह फैलाने सहित विभिन्न अपराधों के लिए 20 लोगों को गिरफ्तार किया. गिरफ्तार किए गए लोगों में अनिरुद्ध मोदनलाल भी शामिल है, जिसे विशेष कार्य बल (एसटीएफ) ने पैसे लेकर कुछ अभ्यर्थियों के साथ टेलीग्राम ऐप के जरिए फर्जी प्रश्नपत्र साझा करने के आरोप में गिरफ्तार किया है.
उत्तर प्रदेश पुलिस भर्ती एवं प्रोन्नति बोर्ड (यूपीपीआरपीबी) ने भी पेपर लीक की झूठी अफवाह फैलाने वाले व्यक्तियों के खिलाफ लखनऊ के हुसैनगंज में प्राथमिकी दर्ज कराई है. यूपीआरपीबी के अनुसार, परीक्षा पांच दिनों – 23, 24, 25, 30 और 31 अगस्त को दो पालियों में आयोजित की जाएगी. 17 और 18 फरवरी को आयोजित परीक्षाएं पेपर लीक के आरोपों के बाद रद्द कर दी गई थीं, जिसके बाद 60,000 से अधिक पदों को भरने के लिए नए सिरे से भर्ती प्रक्रिया शुरू हुई है.
30 संदिग्ध अभ्यर्थियों की पहचान
बोर्ड अध्यक्ष राजीव कृष्ण ने बताया कि परीक्षा के दूसरे दिन दो पालियों में 6,57,443 अभ्यर्थी शामिल हुए. प्रथम पाली के लिए 4,12,155 अभ्यर्थियों ने अपने प्रवेश पत्र डाउनलोड किए थे, जिनमें से 3,21,322 अभ्यर्थियों ने परीक्षा दी. 30 संदिग्ध अभ्यर्थियों की पहचान की गई, लेकिन फिर भी उन्हें इम्तिहान में बैठने की अनुमति दी गई. बोर्ड इन व्यक्तियों पर नज़र रखना जारी रखेगा.
दूसरी पारी में 4,12,418 में से 3,36,121 उम्मीदवार उपस्थित हुए, जिनमें से 42 संदिग्ध उम्मीदवारों की पहचान की गई और उन्हें कड़ी जांच के बाद परीक्षा देने की अनुमति दी गई. यानी दूसरे दिन कुल 1,67,130 अभ्यर्थियों ने परीक्षा छोड़ी है. उत्तर प्रदेश के पुलिस महानिदेशक प्रशांत कुमार ने लखनऊ विश्वविद्यालय और नेशनल पीजी कॉलेज सहित कई परीक्षा केंद्रों का व्यक्तिगत रूप से निरीक्षण किया.