Highest Paid CEO: आईटी सेक्टर में सबसे ज्यादा सैलरी विप्रो के सीईओ थियरी डेलपोर्ट को मिली है. इसके बाद कोफोर्ज के सुधीर सिंह और एचसीएल टेक के सी विजयकुमार का नंबर आता है.
Highest Paid CEO: आईटी सेक्टर को देश में सबसे ज्यादा सैलरी देने वाली इंडस्ट्री में गिना जाता है. देश की आईटी कंपनियों के लीडर भी भारी भरकम तनख्वाह उठाते हैं. इस साल भी विप्रो (Wipro), कोफोर्ज (Coforge) और इंफोसिस (Infosys) जैसी दिग्गज आईटी कंपनियों के सीईओ सबसे ज्यादा सैलरी उठाने वाले अधिकारी बने हैं. इस साल विप्रो के पूर्व सीईओ थियरी डेलपोर्ट (Thierry Delaporte) सबसे ज्यादा सैलरी लेने वाले सीईओ बने हैं. उनके बाद कोफोर्ज के सुधीर सिंह (Sudhir Singh) और एचसीएल टेक (HCL Tech) के सी विजयकुमार (C Vijayakumar) का नाम आया है.
थियरी डेलपोर्ट को मिले 166 करोड़ रुपये
थियरी डेलपोर्ट ने अप्रैल में अपने पद से इस्तीफा दे दिया था. उन्होंने वित्त वर्ष 2023-24 के लिए लगभग 166 करोड़ रुपये कंपनी से लिए थे. इसके बाद दूसरे नंबर पर कोफोर्ज के सुधीर सिंह रहे हैं. उन्हें कंपनी ने पिछले वित्त वर्ष के लिए 105.12 करोड़ रुपये का भुगतान किया है. इकोनॉमिक टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार, सी विजयकुमार को 84.17 करोड़ रुपये का पैकेज दिया गया है. इसके बाद परसिस्टेंट सिस्टम्स (Persistent Systems) के संदीप कालरा चौथे नंबर पर रहे हैं. उन्हें 77.1 करोड़ रुपये और इंफोसिस के सीईओ सलिल पारेख (Salil Parekh) को 66 करोड़ रुपये का भुगतान किया गया है.
एम्फेसिस और टीसीएस के सीईओ भी टॉप 10 में
सबसे ज्यादा कमाने वाले सीईओ की लिस्ट में एम्फेसिस (Mphasis) के नितिन राकेश (Nitin Rakesh) 6वें नंबर पर हैं. उन्हें वित्त वर्ष 2023-24 के लिए 44.13 करोड़ रुपये का भुगतान किया गया है. इसके बाद देश की सबसे बड़ी सॉफ्टवेयर कंपनी टीसीएस (TCS) के सीईओ के कृतिवासन (K Krithivasan) मौजूद हैं. उन्हें कंपनी ने 25.2 करोड़ रुपये का भुगतान दिया है. कृतिवासन ने कंपनी की जिम्मेदारी जून, 2023 में संभाली थी. इसके अलावा एलटीआई माइंडट्री (LTI Mindtree) के सीईओ देबाशीष चटर्जी (Debashis Chatterjee) रहे हैं. उन्हें पिछले वित्त वर्ष के लिए कंपनी की ओर से 19.34 करोड़ रुपये का पेमेंट किया गया है.
आईटी सेक्टर में 7 से 9 फीसदी हुआ इंक्रीमेंट
अप्रैल में रैंडस्टैड की रिपोर्ट में कहा गया था कि इंडिया इंक इस साल कर्मचारियों को 8 से 11 फीसदी इंक्रीमेंट देने की तैयारी कर रही है. मगर, आर्थिक सुस्ती के चलते आशंका जताई गई थी कि आईटी सेक्टर में 7 से 9 फीसदी इंक्रीमेंट ही हो सकता है. इंफोसिस ने औसतन 9 फीसदी और विप्रो ने 9.2 फीसदी इंक्रीमेंट किया है. टीसीएस ने भी 7 से 9 फीसदी के बीच ही सैलरी इंक्रीमेंट किया है.