Friday, November 15, 2024
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Processed Food: समय से पहले आपको बूढ़ा बना सकते हैं चाऊमीन, पिज्जा, बर्गर, पेस्ट्री, संभल जाइए वरना…

एक्सपर्ट्स के मुताबिक, प्रोसेस्ड फूड में कई तरह के स्वीटनर्स, कलर्स, थिकनर्स और एडिक्टिव्स का इस्तेमाल होता है. इससे गट माइक्रोबायोटा असंतुलित होने लगता है. इससे इंफ्लामेशन का रिस्क भी रहता है.


Processed Foods : आज के समय में  चाऊमीन, पिज्जा, बर्गर, पेस्ट्री और केक जैसे फूड्स युवाओं को खूब पसंद आ रहे हैं. ये सभी अल्ट्रा प्रोसेस्ड फूड्स माने जाते हैं. प्रोसेस्ड और अल्ट्रा प्रोसेस्ड फूड्स भले ही खाने में टेस्टी होते हैं लेकिन ये सेहत को बुरी तरह प्रभावित करते हैं. डॉक्टर इनसे दूरी बनाने की सलाह देते हैं.

NIH की रिपोर्ट के अनुसार, अल्ट्रा प्रोसेस्ड फूड खाने से 55% मोटापे का खतरा, 41% स्लीप डिसऑर्डर, 40% टाइप 2 डायबिटीज़ और 20% डिप्रेशन का खतरा रहता है. यह उम्र से पहले ही बूढ़ा बना देता है. आइए जानते हैं इसके साइड इफेक्ट्स…

प्रोसेस्ड फूड का सेहत पर असर

एक्सपर्ट्स के मुताबिक, प्रोसेस्ड फूड में कई तरह के स्वीटनर्स, कलर्स, थिकनर्स और एडिक्टिव्स का इस्तेमाल होता है. इससे गट माइक्रोबायोटा असंतुलित होने लगता है. इससे इंफ्लामेशन का रिस्क भी रहता है. प्रोसेस्ड फूड्स (Processed Foods) इटिंग डिसऑर्डर को भी बढ़ाता है. इससे ब्लोटिंग, डायरिया और पेट दर्द की समस्याएं हो सकती हैं. प्रोसेस्ड फूड्स ब्रेन फंक्शनिंग पर भी प्रभाव डालता है.

प्रोसेस्ड फूड्स के साइड इफेक्ट्स

1. डायबिटीज का खतरा

प्रोसेस्ड फूड में फैट्स और शुगर की ज्यादा मात्रा मिलती है, जो सेहत पर बुरा असर डालता है. एक रिपोर्ट के अनुसार, ऐसे लोग जो अपनी डाइट का 22% तक प्रोसेस्ड फूड्स खाते हैं, उनमें डायबिटीज का खतरा ज्यादा रहता है. नेशनल लाइब्रेरी ऑफ मेडिसिन की रिपोर्ट के मुताबिक, हफ्ते में 2-3 बार जंक फूड खाने वालों में इंसुलिन रेजिस्टेंस का रिस्क बढ़ता है.

2. वजन बढ़ना

हाई शुगर, फैटस और कार्ब्स से भरपूर अल्ट्रा प्रोसेस्ड फूड्स खाने से शरीर में कैलोरीज बढ़ जाता है, जो मोटापे का खतरा बढ़ाता है. रिफांइड कार्ब्स, एडिड शुगर और ट्रांस और सेचुरेडिट फैट्स की ज्यादा मात्रा से हार्मोनल असंतुलन बढ़ने लगता है. इससे शरीर में आलस और वेटगेन की समस्या बढ़ती है. रोजाना प्रोसेस्ड फूड खाने से लाइफस्टाइल डिसऑर्डर जैसी समस्या भी होती है.

3. हार्ट संबंधी समस्याएं

साइंस डायरेक्ट की रिपोर्ट के अनुसार प्रोसेस्ड फूड में मौजूद वसा की मात्रा शरीर में कार्डियोवस्कुलर डिज़ीज़ के खतरे को बढ़ा देती है. फूड एडिक्टिव्स का सेवन करने से शरीर में बैड कोलेस्ट्रॉल का स्तर बढ़ जाता है और हार्ट अटैक, स्ट्रोक और हाइपरटेंशन का जोखिम बढ़ने लगता है. हार्वर्ड हेल्थ की रिपोर्ट के अनुसार 20,000 लोगों ने 10 साल तक दिन की चारों मील्स में प्रोसेस्ड फूड का सेवन किया, जिसमें 62 फीसदी लोगों को हृदय संबधी समस्याओं का सामना करना पड़ा।

4. बार-बार कुछ खाने की क्रेविंग

एक्सपर्ट्स के मुताबिक, प्रोसेस्ड फूड में अनहेल्दी फैट्स, शुगर, ऑयल, केमिकल्स और नमक की ज्यादा मात्रा होती है. इसे खाने के बाद भी क्रेविंग खत्म नहीं होती है. हमेशा कुछ न कुछ खाने की इच्छा बनी रहती है. इटिंग डिसऑर्डर की समस्या शारीरिक और मानसिक सेहत को प्रभावित कर सकती है.

5. मेटाबॉलिज्म पर असर

कार्ब्स खाने से शरीर में एंप्टी कैलोरीज बढ़ जाती है. इससे डाइजेशन वीक, ब्लोटिंग, पेट दर्द और एसिडिटी की समस्या बढ़ जाती है. शुगर एडिड ड्रिंक, व्हाइट ब्रैड और चिप्स एंड वेफर्स खाने से पाचन तंत्र बुरी तरह प्रभावित हो सकती है. बॉडी में बैक्टीरिया का लेवल बढ़ने से गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल प्रॉब्लम्स बढ़ सकती हैं.

6. स्किन की समस्या

शुगरी, ऑयली और रिफांइड कार्ब्स खाने से स्किन पर सीबम सिक्रीशन बढ़ता है. जिससे मुंहासो की समस्या हो सकती है. इसके अलावा ऑयली स्किन का सामना करना पड़ सकता है. हर दिन प्रोसेस्ड फूड से त्वचा पर एजिंग नजर आने लगती है, जो कम उम्र में ही बूढ़ा बना सकती हैं.

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