BJP में फूट डाल रहे अखिलेश यादव? केशव मौर्य और ब्रजेश पाठक से तनातनी के दावों के बीच सीएम योगी का बयान
UP Politics: उत्तर प्रदेश स्थित लखनऊ में BJP ओबीसी मोर्चा बैठक में सीएम योगी आदित्यनाथ ने बिना नाम लिए समाजवादी पार्टी और कन्नौज सांसद अखिलेश यादव का नाम लिए बड़ा दावा किया है. लखनऊ में आयोजित भाजपा पिछड़ा वर्ग मोर्चा की प्रदेश कार्य समिति की बैठक में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि जो कार्य कभी विदेशी आक्रांता करते थे आज देश में वही कार्य आज छद्म सेकुलर वादी पार्टियां समाज को आपस में बाँटने के लिए करते थे.
सीएम ने कहा कि कांवड़ यात्रा में कांग्रेस ,समाजवादी पार्टी और BSP ने हमेशा रोड़ा अटकाने का काम किया था लेकिन आज कांवड़ यात्रा भली भांति हो रही है. पिछली सरकारों ने कांवड़ यात्रा को रोकने का काम किया था. आज जो कांवड़ यात्रा हो रही है यह मात्र कांवड़ यात्रा नहीं है इससे समाज को रोजगार भी मिलता है.
मुख्यमंत्री ने कहा कि जब प्रदेश में समाजवादी पार्टी की सरकार थी तो लोकसेवा की भर्ती में एक जाती विशेष के लोगो को भर्ती किया जाता था. लेकिन हमारी सरकार में सब स्पष्ट भर्तियां हुई हैं. आज प्रदेश में जो 69000 शिक्षकों की भर्तियां हुई हैं उसमे समाजवादी पार्टी के मोहरे आरोप लगते हैं की उसमे गड़बड़ियां हुई हैं लेकिन उनको पच नहीं रहा है की इसमें OBC समाज को न्यायोचित क्यों मिल रहा है.
विपक्ष फूट डालो राज करो की नीति पर- सीएम
उन्होंने कहा कि समाजवादी पार्टी के लोग प्रदेश में अराजकता मचाते थे और प्रदेश को दंगे की आग में झोंक देते थे. समाजवादी पार्टी के समय प्रदेश अपनी पहचान का मोहताज बना हुआ था. विपक्ष फूट डालो राज करो की नीति पर चल रहा है.
सीएम ने कहा कि कांग्रेस ,समाजवादी पार्टी ने हमेशा OBC समाज के रास्ते में रोड़े अटकाने का काम किया है. समाजवादी पार्टी की सरकार में प्रदेश दंगो का दंश झेलता था . सपा सरकार में 86 एसडीएम की नियुक्ति हुई,86 में से 56 सिर्फ एक ही जाति से हुई,वो लोग इस बात पर खामोश हो जाते है.
सीएम ने कहा कि पिछले 7 वर्षों में हमने 6.50 लाख सरकारी भर्ती की,इसमे 60% ओबीसी समाज की भर्ती की,69 हजार शिक्षको की भर्ती में हमने इसको लागू किया,ये वही लोग प्रश्न खड़ा करते जो 86 में 56 एक ही समाज की भर्ती करते थे.
मुख्तार, अतीक का नाम लिए बिना सीएम ने कही ये बात
उन्होंने कहा कि 2006 में भाजपा विधायक कृष्णानन्द राय की गाज़ीपुर में हत्या हुई थी,उनके साथ उनके सुरक्षा में लगे रमेश पटेल थे,रमेश यादव थे क्या वो ओबीसी नही थे?? यानी भाजपा के साथ हो गए थे तो आप उनको ओबीसी नही मानोगे?
सीएम ने कहा कि प्रयागराज में उमेश पाल,राजू पाल क्या ओबीसी नही थे? उसी माफिया को ये लोग गले लगाते फिरते थे. जिन लोगो ने युवाओ के नौकरी रोजगार में डकैती डाली,और उत्तरप्रदेश को अराजकता की आग में झोंक दिया था,आज वही लोग समाज को लगातार गुमराह कर रहे हैं. आप के समाज मे हनुमान जी की ताकत है,अपनी ताकत को जगायेंगे तो याद रखियेगा रावण की लंका को दहन करने में देर नही लगेगी.