FPI Buying July 2024: इस सप्ताह मंगलवार को पेश होने जा रहे पूर्ण बजट से पहले विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों ने भारतीय शेयरों की खरीदारी तेज कर दी है…
विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (एफपीआई) ने वित्त वर्ष 2024-25 के पूर्ण बजट से पहले भारतीय शेयरों की लिवाली तेज कर दी है. दो दिन बाद पेश होने जा रहे बजट से पहले एफपीआई लगातार पांचवें सप्ताह भारतीय बाजार में लिवाल बने रहे. जुलाई महीने में तो उनकी लिवाली में जबरदस्त तेजी देखी जा रही है.
इस महीने अब तक इतनी खरीदारी
नेशनल सिक्योरिटीज डिपॉजिटरी लिमिटेड (एनएसडीएल) के आंकड़ों के अनुसार, जुलाई महीने में विदेशी पोर्टफोलियो निवेशक अभी तक 30 हजार करोड़ रुपये से ज्यादा के भारतीय शेयरों की खरीदारी कर चुके हैं. उनकी खरीदारी का कुल आंकड़ा 30,772 करोड़ रुपये पर पहुंच गया है. इस तरह साल 2024 में भारतीय शेयर बाजार में एफपीआई का टोटल इन्वेस्टमेंट अब 33,973 करोड़ रुपये हो गया है.
जून के तीसरे सप्ताह से बदला रुख
एनएसडीएल के आंकड़े बताते हैं कि पिछले महीने के आखिरी पखवाड़े में लिवाल होने के बाद एफपीआई की लिवाली तेज होती जा रही है. इससे पहले पिछले महीने के दौरान एफपीआई ने 25,565 करोड़ रुपये के भारतीय शेयरों की खरीदारी की थी. एफपीआई जून महीने के शुरुआती दो सप्ताह के दौरान बिकवाल ही बने रहे थे. हालांकि उसके बाद तीसरे सप्ताह से उनके रुख में बदलाव आया था और वे भारतीय शेयरों को फिर से खरीदने लगे हैं.
बजट से पहले बढ़ी लिवाली की रफ्तार
इस महीने तो एफपीआई की लिवाली काफी तेज दिख रही है. अभी महीने के बमुश्किल तीन ही सप्ताह गुजरे हैं और एफपीआई के द्वारा भारतीय शेयरों की खरीदारी का आंकड़ा 30 हजार करोड़ रुपये के पार निकल चुका है. एफपीआई की लिवाली में आई तेजी को एक्सपर्ट बजट से जोड़कर देख रहे हैं. वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण मंगलवार 23 जुलाई को वित्त वर्ष 2023-24 का पूर्ण बजट पेश करने वाली हैं. इससे पहले फरवरी में अंतरिम बजट पेश किया गया था.
वित्त वर्ष की शुरुआत से कर रहे थे बिकवाली
एफपीआई इस वित्त वर्ष की शुरुआत से बिकवाल बने हुए थे. वित्त वर्ष के पहले महीने अप्रैल में एफपीआई ने 8,671 करोड़ रुपये की बिकवाली की थी. उसके बाद मई महीने में विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों ने 25,586 करोड़ रुपये के भारतीय शेयरों की बिकवाली की थी. एफपीआई साल की शुरुआत से ही बिकवाल बने हुए थे. साल के पहले महीने जनवरी 2024 में उन्होंने 25,744 करोड़ रुपये के भारतीय शेयरों की बिकवाली की थी. हालांकि उसके बाद दो महीने फरवरी 2024 में 1,539 करोड़ रुपये और मार्च में 35,098 करोड़ रुपये के शेयरों की खरीदारी की थी.