Energy Mutual Funds: एनर्जी पर सरकार के जोर देने से निजी निवेश में भी तेजी आ रही है. यही कारण है कि एनर्जी थीम पर एसेट मैनेजमेंट कंपनियां फोकस कर रही हैं और एक्सपोजर बढ़ा रही हैं…
भारत में हालिया सालों में एनर्जी सेक्टर पर फोकस बढ़ा हुआ है. ऊर्जा जरूरतों के लिए आयात पर निर्भर रहने वाला भारत लगातार इस सेक्टर में इनोवेशन पर फोकस कर रहा है. यही कारण है कि एनर्जी में प्राइवेट सेक्टर और पब्लिक सेक्टर दोनों का निवेश तेजी से बढ़ रहा है. ऐसे में एनर्जी सेक्टर में निवेशकों के लिए शानदार मौके बन रहे हैं. इसकी पुष्टि आंकड़े भी करते हैं, क्योंकि एनर्जी थीम पर इक्विटी म्यूचुअल फंड का निवेश बढ़कर 4 लाख करोड़ रुपये के पार निकल गया है.
कई दशकों तक चलने वाली है एनर्जी थीम
एनर्जी थीम पर एसेट मैनेजमेंट कंपनियों के बढ़े फोकस को तेज शहरीकरण, औद्योगिकीकरण और सरकारी उपायों से मदद मिल रही है. यही कारण है कि इक्विटी म्यूचुअल फंड ने भारत में एनर्जी थीम वाले अवसरों में 4 लाख करोड़ रुपये से अधिक का निवेश किया है. एक्सपर्ट बताते हैं कि एनर्जी को एक मल्टी-डिकेडल थीम यानी कई दशकों तक चलने वाली थीम के रूप में पहचाना जा रहा है और यही कारण है कि फंड हाउस अब एनर्जी एक्सपोजर में जोखिम उठाने को तैयार निवेशकों की जरूरतों को पूरा करने के लिए नए-नए ऑफर लॉन्च कर रहे हैं.
साल भर में डबल से ज्यादा हुआ निवेश
आंकड़ों के अनुसार, 30 जून 2024 तक एनर्जी थीम पर इक्विटी म्यूचुअल फंड का निवेश बढ़कर 4.07 लाख करोड़ रुपये तक पहुंच गया. यह साल भर पहले यानी जून 2023 तक के स्तर से दोगुना से अधिक और जून 2019 से लगभग चार गुना है. एक्सपर्ट मानते हैं कि एनर्जी शेयरों में निवेश के महत्वपूर्ण अवसर बन रहे हैं. अभी ये शेयर आकर्षक मूल्यांकन पर ट्रेड कर रहे हैं. भारत की एनर्जी डिमांड पहले से ही दुनिया में चौथे नंबर पर है. अब उसमें और तेजी आने वाली है. विशेषज्ञों का अनुमान है कि आने वाले सालों में इसमें 4 फीसदी से 5 फीसदी की सालाना वृद्धि होगी.
इस कारण एनर्जी थीम को बेहतर मान रहे एक्सपर्ट
आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल एएमसी की फंड मैनेजर नित्या मिश्रा कहती हैं- हमारा मानना है कि एनर्जी क्षेत्र में अभी वैल्यूएशन ठीक है. उदाहरण के लिए, निफ्टी एनर्जी इंडेक्स अभी ब्रॉडर निफ्टी 50 इंडेक्स की तुलना में 38 फीसदी के प्राइस-टू-अर्निंग (पी/ई) डिस्काउंट पर कारोबार कर रहा है. यह स्थिति तब है जब एनर्जी सेक्टर ने हाल में व्यापक बाजार से बेहतर प्रदर्शन किया है. प्राइस-टू-बुक (पी/बी) डिस्काउंट और भी अधिक महत्वपूर्ण है.
आने वाले दशक में अच्छे रिटर्न की उम्मीद
उन्होंने कहा कि निवेशकों को लॉन्ग टर्म अप्रोच अपनाना चाहिए. उन्हें मजबूत विकास क्षमता और लचीलेपन वाली कंपनियों पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए. भारत में एनर्जी से संबंधित निवेश के लिए विकास की गति निस्संदेह मजबूत है. मजबूत एनर्जी की डिमांड, सहायक सरकारी नीतियों और तेजी से हो रही तकनीकी प्रगति के साथ मिलकर आने वाले दशक में इस क्षेत्र में अच्छा-खासा रिटर्न मिलने की उम्मीद है.
इसी महीने लॉन्च हुआ था ये फंड ऑफर
यही कारण है कि आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल एएमसी ने हाल ही में एनर्जी थीम पर बेस्ड अपना नया फंड ऑफर लॉन्च किया है. एसेट मैनेजमेंट कंपनी आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल एनर्जी ऑपर्च्युनिटीज फंड लेकर आई है. इसका एनएफओ इस महीने की शुरुआत में 2 जुलाई को खुला था और 16 जुलाई को बंद हुआ था. नित्या बताती हैं- फंड हाउस का प्लान एक डायवर्स अप्रोच अपनाने की है, जिसमें संपूर्ण एनर्जी वैल्यू चेन में रणनीतिक तरीके से निवेश को आवंटित किया जाएगा.