Jodhpur Rain News: भीषण गर्मी से परेशान लोगों ने जोधपुर में हुई भारी बारिश के बाद राहत की सांस ली है. प्रदेश में मानसून की एंट्री से जोधपुर में कई जगहों पर लोगों की मुसीबतें बढ़ गई है. जानें वजह?
Jodhpur News Today: भीषण गर्मी से परेशान जोधपुर के लोगों को मानसून का बेसब्री से इंताजर था. जोधपुर में मानसून की दस्तक के साथ झमाझम बारिश हुई, जिससे लोगों को गर्मी से काफी राहत मिली. दूसरी तरफ भारी बारिश और जलभराव से लोगों की परेशानियां बढ़ गई हैं.
जोधपुर में झमाझम बारिश के बाद पानी से सड़कें नदी बन चुकी हैं. जोधपुर भीतरी शहर के बकरा मंडी क्षेत्र में बारिश का पानी भरने की वजह से मकान की दीवार ढ़ह गई. कई घरों में पानी भर गया. जलभरवा की वजह से बाढ़ जैसे हालात पैदा हो गए हैं.
3 परिवारों को किया गया रेस्क्यू
स्थानीय लोगों के साथ प्रशासन पीड़ित परिवारों की लगातार मदद करने में जुटा है. पानी में फंसे लोगों को बाहर निकाला जा रहा है. जोधपुर में हुई तेज बारिश से न्यू चांदपोल रोड पर तीन परिवार अपने घरों में फंस गए. क्षेत्रवासियों ने कड़ी मशक्कत कर बारिश के पानी में फंसे 3 परिवारों के करीब 10 से 12 लोगों को बाहर निकाला.
तेज बारिश से गंगालाव तालाब में पानी का लेवल बढ़ गया है. इससे पानी लोगों के घरों में घुसना शुरू हो गया. घरों में करीब 10 फीट तक पानी भर जाने से लोग दहशत में आ गए. पीड़ितों के शोर मचाने पर क्षेत्रवासियों ने मौके पर पहुंचकर उनका बाहर निकाला.
परिवार के 10 से 12 लोगों की बचाई जान
न्यू चांदपोल रोड पर शब्बीर मुल्ला अपने परिवार के साथ रहते हैं. परिवार में छोटे बड़े मिलाकर 10 से 12 लोग हैं. गुरुवार (27 जून) को हुई बारिश के दौरान पीड़ित शब्बीर के घर का सारा सामान पानी में डूब गया.
गनीमत रही की जल भराव के दौरान परिवार के लोगों का शोर सुनकर आसपास के लोगों के साथ पुलिस ने मदद करने पहुंच गई, जिससे इन सब की जान बचा गई.
गंगलाव तालाब में डूबने से मौत
स्थानीय लोगों ने बताया कि 8 महीने पहले यहां पर एक बच्चे के गंगलाव तालाब में डूबने से मौत हो गई थी. उसके बाद पीडब्ल्यूडी ने यहां दीवार बनाई, लेकिन उसमें घरों के पानी के निकासी का रास्ता नहीं बनाया.
इसकी वजह से बारिश का पानी घरों में इकट्ठा हो जाता है. लोगों ने प्रशासन से इस पर जल्द बड़ा कदम उठाने की अपील की है, जिससे बारिश के बाद हालिया घटनाक्रम की पुनरावृत्ति न हो और किसी भी तरह की जनहानि से बचा जा सके हैं.