Pakistan Mob Lynching: पाकिस्तान में ईशनिंदा के संदिग्ध को भीड़ ने पुलिस स्टेशन से बाहर खींचकर आग के हवाले कर दिया. घटना के बाद स्वात जिले में स्थिति तनावपूर्ण बनी हुई है.
Pakistan Mob Lynching: पाकिस्तान में धर्म के नाम पर अराजकता का एक और मामला सामने आया है, जहां पर संदिग्ध को भीड़ ने थाने से निकालकर जिंदा जला दिया. पुलिस ने बताया कि खैबर पख्तूनख्वा प्रांत के स्वात जिले के मद्यन इलाके में यह घटना हुई है. स्वात जिले के डीपीओ डॉ. जाहिदुल्ला खान ने बताया कि इस हंगामे में 8 लोग घायल भी हुए हैं. उन्होंने बताया कि कुरान के कथित अपमान के मामले में पुलिस ने आरोपी को भीड़ से बचाकर थाने ले गई थी, लेकिन भीड़ ने थाने पर हमला कर दिया और संदिग्ध को अपने साथ ले गई.
डीपीओ ने बताया कि भीड़ ने पुलिस स्टेशन और थाने पर खड़े वाहनों में आग लगा दी. इसके अलावा कथित आरोपी को भी आग के हवाले कर दिया. पुलिस मामले की जांच कर रही है, अभी तक पूरा मामला सामने नहीं आया है. सोशल मीडिया पर घटना से जुड़े कई वीडियो वायरल हो रहे हैं, जिसमें देखा जा सकता है कि सड़क पर पड़े शव को भीड़ ने आग के हवाले कर दिया. शव में आग लगाने के बाद भीड़ चारों तरफ खड़ी है और जश्न मना रही है. एक अन्य वीडियो में भीड़ थाने के बाहर हंगामा करते नजर आ रही है.
मुख्यमंत्री ने पुलिस अधिकारियों को दिया निर्देश
पुलिस अधिकारी ने बताया कि मद्यन में भारी पुलिस बल तैनात किया गया है और तनाव को कम करने की कोशिश की जा रही है. मद्यन स्वात घाटी का प्रसिद्ध पर्यटन स्थल है. इमरान खान की पार्टी पीटीाई के ने एक पोस्ट में बताया कि केपी के मुख्यमंत्री अली अमीन गंडापुर ने मामले पर हैरानी जताते हुए प्रांत की पुलिस से बात की है. उन्होंने रिपोर्ट तलब करते हुए पुलिस को स्थिति नियंत्रण में करने के लिए जरूरी हर कदम उठाने के निर्देश दिए हैं.
पाकिस्तान में ईशनिंदा कानून बनने के बाद बढ़ी हिंसा
पाकिस्तान के पूर्व मंत्री फवाद चौधरी ने इस घटना को लेकर एक्स हैंडल पर लिखा, ‘पागलपन जारी है, हम एक समाज के रूप में आत्महत्या करने पर उतारू हैं.’ पाकिस्तान में कट्टरवादी दृष्टकोण से प्रेरित होकर जनरल जिआउल हक ने ईशनिंदा के लिए मौत की सजा दी थी, तब से पाकिस्तान में गैर मु्स्लिमों के खिलाफ हिंसा तेजी से बढ़ी है. पाकिस्तान में 1987 में ईशनिंदा का कानून बनने के बाद लगातार हिंसक घटनाएं हो रही हैं. हाल ही में पाकिस्तान में ‘हलवा’ लिखा कपड़ा पहनने पर एक महिला को भीड़ ने घेर लिया था. भीड़ ने आरोप लगाया था कि उसके कपड़े में ईशनिंदा के खिलाफ लिखा है.