Uttarakhand News: उत्तराखंड चारधाम यात्रा की तैयारियों कर रहे श्रद्धालुओं को धामी सरकार ने बड़ा तोहफा दिया है. सरकार ने ऑफलाइन रजिस्ट्रेशन की सीमा हटा दी है.
Char Dham Yatra 2024: उत्तराखंड में 10 मई से शुरू हुई चार धाम यात्रा में अब तक चारों धामों में 20 लाख से अधिक तीर्थयात्री चारों धामों के दर्शन कर चुके हैं. हर रोज 50 हजार से अधिक तीर्थ यात्री चारों धाम के दर्शन कर रहे हैं. राज्य सरकार ने अब ऑफलाइन रजिस्ट्रेशन की सीमा हटा दी है. अब जितने तीर्थ यात्री चाहें चारधाम यात्रा के लिए जा सकते हैं.
बता दें की उत्तराखंड सरकार ने चारधाम यात्रा के लिए रजिस्ट्रेशन की सीमा समाप्त कर दी है. चारधाम यात्रा के लिए ऋषिकेश और हरिद्वार में श्रद्धालुओं के ऑफलाइन रजिस्ट्रेशन का बैकलॉग पूरा हो गया है, मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने यात्रा व्यवस्था को और बेहतर बनाने के लिए जिलाधिकारियों से समन्वय बनाने के निर्देश दिए हैं. गौरतलब है कि इस चारधाम यात्रा शुरू होने के साथ ही तीर्थ यात्रियों में चारधाम यात्रा को लेकर भारी उत्साह रहा है.
75 लाख अधिक पहुंच सकता है यात्रियों का आंकड़ा
अब तक 20 लाख से अधिक तीर्थ यात्री चारो धामों के दर्शन कर चुके हैं. जबकि रजिस्ट्रेशन कराने वालो को संख्या 40 लाख के पार पहुंच चुकी है. इस बार अनुमान लगाया जा रहा है, कि 75 लाख से ज्यादा तीर्थ यात्री चारों धाम के दर्शन करेंगे. जो खुद में एक बड़ा रिकॉर्ड होने वाला है. पिछले साल 56 लाख तीर्थयात्रियों चारधाम यात्रा की की थी. चारधाम यात्रा को लेकर तीर्थ यात्रियों में जिस तरह उत्साह है उससे अनुमान लगाए जा रहे हैं कि इस पुराने सभी रिकॉर्ड टूटने वाले हैं.
चारधाम यात्रा के दौरान अब तक 114 तीर्थ यात्रियों की जान जा चुकी है. केदारनाथ धाम 57, बदरीनाथ में 26, गंगोत्री में 8 और यमुनोत्री धाम में 23 यात्रियों की मौत हो चुकी है. तीर्थ यात्रियों की मौत का यहां खड़ा थमने का नाम नहीं ले रहा है. चार धाम यात्रा में मरने वाले अधिकांश यात्रियों की उम्र 50 वर्ष से अधिक है, इनमें अधिकांश यात्री पहले से किसी न किसी बीमारी से ग्रस्त रहे हैं. अधिकतर यात्रियों की मौत दिल का दौरा पड़ने से होना बताई जा रही है. स्वास्थ्य महकमा लगातार यहां आने वाले तीर्थ यात्रियों की स्क्रीनिंग कर रहा है.