आसमान से धरती की तरफ एक क्षुद्र ग्रह आ रहा है, जिसके धरती पर गिरने के बाद ताबाही आ जाएगी. नासा के वैज्ञानिक इसपर नजर रख रहे हैं.
नासा के वैज्ञानिक इन दिनों एक काफी बड़े क्षुद्र ग्रह पर नजर बनाए हुए हैं, जो काफी तेजी से धरती की तरफ बढ़ रहा है. वैज्ञानिकों का कहना है कि यह ग्रह 11 जून को धरती के करीब से गुजरेगा. वैज्ञानिकों ने इस क्षुद्र ग्रह का नाम 2024 CR29 रखा है. यह आकार में 1400 फुट यानी करीब 427 मीटर बड़ा है और 26,562 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से धरती की तरफ बढ़ रहा है. वैज्ञानिकों का दावा है कि यह पिंड अगर इसी रफ्तार से धरती से टकराता है तो उस क्षेत्र में तबाही आ जाएगी.
फिलहाल, वैज्ञानिकों ने एक राहत भरी खबर यह दी है कि यह क्षुद्रग्रह (Asteroid) धरती से करीब 73.7 लाख किमी की दूर से गुजरेगा. यह दूरी पृथ्वी और चंद्रमा की दूरी से 19 गुना अधिक है. वैज्ञानिकों का कहना है कि यह दूरी भले ही सुनने में बहुत बड़ी लगती है, लेकिन खगोलीय दृष्टि से ये दूरी बहुत ज्यादा नहीं है. वैज्ञानिकों के मुताबिक, ऐसी घटना दुर्लभ है जो 1.66 लाख वर्ष में एक बार होती है.
धरती से टकराएगा पिंड तो क्या होगा?
यदि 2024 CR29 आकार का कोई भी आकाशीय पिंड धरती से टकराता है तो इसका परिणाम भयावह होगा. वैज्ञानिकों के मुताबिक ऐसा होने पर धरती में 1363 फीट गहरा और 3.2 किलोमीटर चौड़ा गड्ढा हो जाएगा. जिस जगह पर यह पिंड गिरेगा उसके 130 किलोमीटर के दायरे में पेड़ जल जाएंगे. इसके अलावा 239 डीबी की शॉकवेव निकलेगी जिससे 29 किमी दायरे की इमारतें नष्ट हो जाएंगी. 6.1 तीव्रता का एक जोरदार भूकंप भी आएगा.
नासा पिंडों को वापस भेजने पर कर रहा काम
नासा के वैज्ञानिकों ने बताया कि 2024 CR29 के धरती से टकराने की उम्मीद नहीं है, यह सुरक्षित गुजर जाएगा. इसके बावजूद ब्रह्मांड में घूम रहे अनजान खतरों की यह मुझे याद दिलाता है. ज्यादातर एस्टेरॉयड मंगल और वृहस्पति के बीच मुख्य बेल्ट में पाए जाते हैं. वैज्ञानिक ऐसी भयावह घटनाओं को रोकने पर काम कर रहे हैं. नासा ऐसी तकनीक पर काम कर रहा है, जिससे इन पिंडों को वापस भेजा जा सके.