NDA Govt Formation: नरेंद्र मोदी एनडीए सरकार के प्रमुख के रूप में लगातार तीसरे कार्यकाल के लिए पीएम की शपथ लेंगे. वह देश के पहले पीएम जवाहरलाल नेहरू के बाद यह उपलब्धि हासिल करने वाले दूसरे नेता होंगे.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली एनडीए की नई सरकार में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) कुछ मंत्रालयों को सहयोगी दलों को देने के मूड में नहीं है.
समाचार एजेंसी पीटीआई की रिपोर्ट में सूत्रों के हवाले से बताया गया कि बीजेपी पांच से सात अहम मंत्रालय अपने पास ही रखेगी.
ऐसे मंत्रालयों में गृह, वित्त, रक्षा और विदेश जैसे महत्वपूर्ण विभागों के अलावा शिक्षा और संस्कृति सरीखे मजबूत वैचारिक पहलुओं वाले मंत्रालय हो सकते हैं.
सूत्रों की ओर से यह भी जानकारी दी गई कि बीजेपी के सहयोगियों (घटक दलों) को पांच से आठ कैबिनेट पद मिल सकते हैं.
बीजेपी से अमित शाह (नरेंद्र मोदी के करीबी सहयोगी) और राजनाथ सिंह जैसे नेताओं का नए मंत्रिमंडल में जगह मिलना लगभग तय माना जा रहा है.
आम चुनाव जीतने वाले शिवराज सिंह चौहान, बसवराज बोम्मई, मनोहर लाल खट्टर और सर्बानंद सोनोवाल जैसे पूर्व मुख्यमंत्री भी सरकार में शामिल होने वाले प्रबल दावेदार माने जा रहे हैं.
रिपोर्ट के अनुसार, तेलुगु देशम पार्टी (टीडीपी) के राम मोहन नायडू, जेडी(यू) के ललन सिंह, संजय झा और राम नाथ ठाकुर के साथ लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के चिराग पासवान उन सहयोगियों में हैं, जो नई सरकार का हिस्सा हो सकते हैं.
वोटर्स के एक वर्ग (खासकर अनुसूचित जातियों और समाज के अन्य वंचित वर्गों) का पार्टी से दूर जाना भी सरकार गठन में अहम कारक हो सकता है.