Rajasthan Heatwave: भरतपुर में भीषण गर्मी पड़ रही है. तापमान 46 डिग्री तक पहुंच गया है. लोग घरों में कैद होकर रह गए हैं. सड़कों पर सन्नाटा है. अस्पतालों में मरीजों की संख्या बढ़ रही है.
Bharatpur News: राजस्थान के भरतपुर जिले में नौतपा के दूसरे दिन आज आसमान से आग बरस रही है तापमान लगभग 46 डिग्री तक पहुंच गया है. ऐसे में लोग घरों में कैद होकर रह गए है. लोग घरों से बाहर निकलने की हिम्मत नहीं जुटा पा रहे है. पड़ रही तेज गर्मी से सड़कों पर सन्नाटा पसरा है. बाजार में कर्फ्यू सा लगा है.
मौसम विभाग द्वारा अगले दो – तीन दिन तापमान में लगभग दो डिग्री बढ़ोतरी सम्भावना व्यक्त की है. दिन में तापमान बढ़ने से शाम को भी लोगों को गर्मी से राहत नहीं मिल रहे है. शाम को भी लोगों को गर्म हवा तपती रहती है.
अस्पताल में एक बैड पर दो – दो बच्चे
हीटवेव व भीषण गर्मी से लोगों का बुरा हाल है. अस्पताल में मरीजों की संख्या में बढ़ोतरी हो रही है. आरबीएम अस्पताल में जिस तरह मरीजों की लाइन देखने को मिलती है उसी तरह शिशु रोग विशेषज्ञ के पास भी नौनिहालों की लाइन लगी है. एक तो भीषण गर्मी ऊपर से अस्पताल में डॉक्टर के पास लगी लम्बी लाइनें देख मरीज विचलित हो रहे है.
शिशु वार्ड में एक बैड पर दो – दो मरीज
जनाना अस्पताल स्थित शिशु वार्ड में नौनिहालों को भी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. भीषण गर्मी से छोटे-छोटे बच्चे डायरिया के शिकार हो रहे है. डायरिया से ग्रसित बच्चों की संख्या में बढ़ोतरी होने के कारण एक बैड पर दो – दो मरीजों को भर्ती किया जा रहा है. हीटवेव से पीड़ित उल्टी ,दस्त ,पेट दर्द और बुखार के मरीजों की संख्या अधिक है.
28 बैड है कुल बच्चों को भर्ती करने के लिए
भरतपुर के मोरी चार बाग़ स्थित जनाना अस्पताल के शिशु वार्ड में बच्चों को भर्ती करने के लिए कुल 28 बैड है. लेकिन प्रतिदिन 50 – 60 से ज्यादा बच्चों को भर्ती करना पड़ रहा है. इस लिए एक बैड पर दो – दो बच्चों को भर्ती कर उसका इलाज किया जा रहा है.
क्या कहना है शिशु रोग विशेषज्ञ का
शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ. हिमांशु गोयल ने बताया है की गर्मी से बच्चों की सेहत पर फर्क पड़ रहा है पहले अस्पताल के शिशु वार्ड में 30 – 40 बच्चे ही भर्ती हुआ करते थे लेकिन हीटवेव और भीषण गर्मी के कारण कभी – कभी 50 – 60 से ज्यादा बच्चे भर्ती हो रहे है. भर्ती होने वाले बच्चों में उल्टी-दस्त के मरीजों की संख्या ज्यादा है.
गर्मी का मौसम है इसलिए बच्चों में जल्दी से डिहाइड्रेशन के लक्षण जल्दी से देखने को मिलते है इसलिए उन्हें भर्ती करने की आवश्यकता पडती है. वार्ड में बच्चों को पूरा इलाज दिया जा रहा है. बच्चे सही होकर घर जा रहे है. बच्चों की अस्पताल से छुट्टी दो तीन दिन में हो रही है.
चिकित्सक ने की आमजन से अपील
शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ. हिमांशु गोयल ने आमजन से अपील की है कि हीटवेव को और बढ़ते तापमान देखते हुए बच्चों को घर से बाहर नहीं निकालें बच्चों को पुरे कपडे पहनकर ही बाहर निकलें बहुत जरुरी काम हो तभी घर से बाहर निकलें. साथ ही पानी का ज्यादा से ज्यादा सेवन करे नारियल पानी ,ओआरएस का घोल का इस्तेमाल करें. घर से खाली पेट न निकले कुछ हल्का फुल्का खा कर ही घर से बाहर निकले.