कैंसर के इलाज कई तरीके से किया जाता है. जैसे सर्जरी, कीमो और रेजिएशन थेरेपी. लेकिन इन सब के अलावा भी कुछ ऐसी चीजें होती हैं जिसके बारे में डॉक्टर कभी मरीज के सामने नहीं बोलते हैं.
कैंसर बेहद खतरनाक बीमारी है. हर साल इस बीमारी से लाखों लोगों की मौत होती है. ‘इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च’ के ‘नेशनल कैंसर रजिस्ट्री’ प्रोग्राम की रिपोर्ट के मुताबिक साल 2022 से लेकर 2022 तक कैंसर से 24 लाख लोगों की मौत हो चुकी है.
भारत में रोजाना कैंसर से 2160 लोगों की मौत होती है. वहीं 3905 मामले कैंसर के आ रहे हैं. 2025 तक कैंसर के मामले में भारी उछाल आएगा.
कैंसर के मरीजों को अच्छा खाना खाने की सलाह दी जाती है. लेकिन डॉक्टर कभी यह नहीं बताते कि खाने में पोषक तत्वों की कमी के कारण इलाज में प्रॉब्लम हो सकती है. कैंसर के मरीज में विटामिन डी, जिंक या ओमेगा-3 फैटी एसिड की कमी होती है.
कैंसर का पता चलते ही लोग मानसिक तौर पर टूट जाते हैं. दिमाग भी काम नहीं करता है. कैंसर के मरीज को लगता है कि वह अब फिजिकल वर्कआउट करेंगे तो उनकी परेशानी बढ़ेगी. लेकिन इसमें सच्चाई नहीं है.
कई ऐसी दवाएं दी जाती है जो सही नहीं रहती तो कैंसर के मरीज को देने से पहले उस प्रोडक्ट की जांच जरूर करें. सप्लीमेंट या दवाएं लेने से पहले एक बार जरूर चेक करवाएं.
वैसी चीजें न लें जिसमें आर्टिफिशियल स्वीटनर, कलर्स और सफेद चीनी का इस्तेमाल किया गया हो. अगर किसी प्रोडक्ट में किया गया है तो एक बार डॉक्टर से जरूर बात करें.