China-Taiwan Tention: चीन ने एक बार फिर ताइवान को डराने की कोशिश की है. चीन ने ताइवान की सीमा के पास अपने एयरक्राफ्ट और नौसैनिक जहाजों को भेजा है.
China-Taiwan Tention: ताइवान के रक्षा मंत्रालय ने शुक्रवार को कहा कि उनकी सीमा के आसपास 26 चीनी एयरक्राफ्ट और पांच नौसैनिक जहाजों का पता चला है. ताइवान के मुताबिक, पिछले 24 घंटों में चीन के ये जहाज ताइवान की सीमा के पास आए. 20 मई को ताइवान के नए राष्ट्रपति लाई चिंग-ते पदभार ग्रहण करेंगे. उनके सपथ लेने से कुछ सप्ताह पहले यह घटना हुई है. लाई चिंग-ते को चीन एक खतरनाक अलगाववादी नेता मानता है.
दे डेली स्टार न्यूज के मुताबिक, ताइवान के रक्षा मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि 17 विमान मध्य रेखा को पार कर ताइवान के उत्तरी और मध्य ADIZ (वायु रक्षा पहचान क्षेत्र) में प्रवेश कर गए. यह रेखा ताइवान जलडमरूमध्य को दो भागों में विभाजित करती है, जो 180 किलोमीटर का एक संकीर्ण जलमार्ग है. यह ताइवान द्वीप को चीन की धरती से अलग करता है.
चीन और ताइवान के बीच बढ़ा तनाव
दूसरी तरफ बीजिंग इस रेखा को मान्यता नहीं देता है. चीन लोकतांत्रिक ताइवान को अपने क्षेत्र का हिस्सा होने का दावा करता है. साथ ही ताइवान को अपने नियंत्रण में लाने के लिए हमेशा बल का उपयोग करता है. ताइवान की राष्ट्रपति त्साई इंग-वेन के शासन में बीजिंग और ताइपे के बीच तनाव बढ़ गया है, क्योंकि वह और उनकी सरकार ताइवान पर चीन के दावे को खारिज कर देती हैं.
अमेरिका और फिलीपींस कर रहे सैन्य अभ्यास
हाल ही में दक्षिण चीन सागर में गश्त के दौरान फिलीपींस की दो जहाजें क्षतिग्रस्त हो गई थी. फिलीपींस के विदेश मंत्रालय ने बताया कि, विवादित स्कारबोरो शोल के पास 30 अप्रैल की घटना में एक तट रक्षक जहाज और एक अन्य सरकारी नाव क्षतिग्रस्त हुई थी. मनीला और बीजिंग के बीच दक्षिण चीन सागर में क्षेत्रीय विवादों का एक लंबा इतिहास है. इस इलाके में विवाद और तेज हो गया है. दूसरी तरफ संयुक्त राज्य अमेरिका और फिलीपींस साउथ चीन सागर में संयुक्त सैन्य अभ्यास कर रहे हैं.