Himachal Pradesh Lok Sabha Election 2024: हिमाचल की चार लोकसभा सीटों पर अगले महीने में 1 जून को मतदान होगा. चुनाव से पहले प्रदेश में कांग्रेस-बीजेपी ने सियासी में सरगर्मियां तेज कर दी हैं.
Himachal Pradesh Lok Sabha Chunav 2024: हिमाचल प्रदेश में सातवें और आखिरी चरण में लोकसभा के चुनाव हैं. यहां चार लोकसभा सीट पर चुनाव के साथ छह विधानसभा क्षेत्र में भी उपचुनाव होने हैं. चुनाव से पहले प्रदेश में गुनगुनी ठंड के बीचे सियासी पारा हाई हो गया है.
चुनावी रण में उतरी कांग्रेस-बीजेपी के बीच लगातार वार-पलटवार का सिलसिला जारी है. हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर पर निशाना साधा है. मुख्यमंत्री ने कहा कि नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर हिमाचल प्रदेश के हितों की रक्षा करने में नाकाम रहे हैं.
CM सुक्खू का नेता प्रतिपक्ष पर निशाना
सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि जयराम ठाकुर मुख्यमंत्री रहते हुए कभी प्रदेश का पक्ष केंद्र सरकार के समक्ष मजबूती से नहीं रख पाए, अब नेता प्रतिपक्ष की जिम्मेदारी निभाने में भी पूरी तरह नाकाम हैं. उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार जब अग्निवीर योजना लाई, तब भी कुछ नहीं बोले. पहले फौज में नव युवक भर्ती होता था और उसे सरकारी नौकरी मिलती थी.
बीजेपी नेता और नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर पर तंज करते हुए सीए सुखविंदर सिंह ने कहा कि केंद्र सरकार ने युवाओं की सेना में नौकरी भी अस्थायी कर दी और अग्निवीर योजना लाकर युवाओं से खिलवाड़ किया. जयराम ठाकुर ने अग्निवीर योजना के विरोध में भी कोई आवाज नहीं उठाई. प्राकृतिक आपदा के समय केंद्र सरकार से विशेष राहत पैकेज की मांग तक नहीं कर पाए.
‘कंगना पर नहीं की किसी ने आपत्तिजनक टिप्पणी’
मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि राजनीतिक बयानों के जबाव पर जयराम ठाकुर को विचलित नहीं होना चाहिए. उन्होंने कहा कि कंगना रनौत पर किसी ने भी आपत्तिजनक टिप्पणियां नहीं की हैं. कंगना हिमाचल की बेटी हैं और उनके पिता कांग्रेस के महासचिव रहे हैं.
सीएम सुक्खु ने कहा कि जयराम ठाकुर को यह समझना चाहिए कि जबतक उनकी तरफ से कोई बयान आएगा, तो उसका जबाव भी मिलेगा. उन्होंने पूछा कि जयराम ठाकुर बताएं कि हिमाचल के हित में उन्होंने अपनी सरकार के समय कौन-से काम किए हैं. जयराम ने कौन-सी लडाई प्रदेश हित में लड़ी.
‘कांग्रेस सरकार ने निकाली 22 हजार नौकरियां’
मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि आपदा आने पर बीजेपी के तीनों सांसदों ने केंद्र सरकार के समक्ष कभी विशेष राहत पैकेज की मांग नहीं रखी. उन्होंने कहा कि जयराम ठाकुर के पास कहने के लिए कुछ नही हैं, वह केवल विरोध की राजनीति कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि जयराम ठाकुर ने अपनी सरकार में पांच साल में केवल 16 हजार नौकरियां निकाली,
नौकिरयों के लेकर सीएम सुक्खु ने इन नौकरियों में से जेओए- आईटी की भर्ती न्यायालयों में फंसी रही. सीएम सुक्खु ने दावा किया कि कांग्रेस सरकार ने सत्ता में आते ही न्यायालय में मजबूती से केस लड़कर उन नौकरियों को बहाल करवाया. उन्होंने कहा कि कांगेस सरकार ने सत्ता में आने के बाद एक साल में ही 22 हजार नौकरियां निकाली हैं, जिसकी प्रक्रिया जारी है.