Navratna PSUs: इस सरकारी कंपनी का आईपीओ पिछले साल नवंबर में आया था. कंपनी ने शेयर बाजार में अपने निवेशकों को शानदार कमाई कराई है…
कुछ ही महीने पहले शेयर बाजार में लिस्ट हुई सरकारी कंपनी इरेडा को अब नवरत्न का दर्जा मिल गया है. इंडियन रीन्यूएबल एनर्जी डेवलपमेंट एजेंसी (इरेडा) ने शुक्रवार को इसके बारे में बताया. उसने कहा कि उसे डिपार्टमेंट ऑफ पब्लिक एंटरप्राइजेज के द्वारा नवरत्न का दर्जा मिला है.
ये काम करती है सरकारी एनबीएफसी
इरेडा एक नॉन-बैंकिंग फाइनेंशियल कंपनी है, जो नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा मंत्रालय के तहत आती है. यह कंपनी अक्षय ऊर्जा के सेक्टर में प्रोजेक्ट लगाने के लिए वित्तपोषण मुहैया कराती है. इरेडा पहले से ही शेयर बाजार में काफी चर्चा बटोर रही है. हालिया महीनों में इसने अपने निवेशकों को जबरदस्त तरीके से मालामाल किया है.
आईपीओ के बाद ऐसा रहा प्रदर्शन
शुक्रवार को इरेडा का शेयर 170.95 रुपये पर बंद हुआ. कंपनी का आईपीओ पिछले साल नवंबर में ही लॉन्च हुआ था. आईपीओ के लिए प्राइस बैंड 30से 32 रुपये प्रति शेयर रखा गया था. इस हिसाब से देखें तो आईपीओ से अब तक इरेडा के शेयर में 434 फीसदी की तेजी दिख रही है. इसका शेयर आईपीओ के बाद शानदार करीब 90 फीसदी के प्रीमियम के साथ लिस्ट हुआ था. सिर्फ इस साल इरेडा का शेयर अब तक 63 फीसदी से ज्यादा की तेजी में है.
किन्हें मिलता है नवरत्न का दर्जा?
किसी भी सरकारी कंपनी को नवरत्न का दर्जा पाने के लिए पहले मिनी रत्न कैटेगरी में शामिल होना पड़ता है. हालिया महीनों में कंपनी के वित्तीय प्रदर्शन में भी काफी सुधार आया है. मार्च तिमाही में कंपनी के मुनाफे में 32 फीसदी की तेजी आई थी और आंकड़ा 337 करोड़ रुपये पर पहुंच गया था. वहीं कंपनी का एयूएम 26.8 फीसदी बढ़कर 56,698 करोड़ रुपये पर पहुंच गया.
नवरत्न कंपनियों को मिलने वाली सुविधाएं
भारत सरकार की ओर से प्रीमियम सरकारी कंपनियों को नवरत्न का दर्जा दिया जाता है. यह दर्जा पाने के बाद कंपनी को कारोबार में कई सुविधाएं मिलती हैं. नवरत्न कंपनी को 1 हजार करोड़ रुपये तक के निवेश के लिए सेंट्रल अथॉरिटी से मंजूरी की जरूरत नहीं पड़ती है. ये कंपनियां अपनी नेटवर्थ का 30 फीसदी हर साल एलोकेट कर सकती हैं. साथ ही उन्हें जॉइंट वेंचर बनाने, विदेशी यूनिट स्थापित करने और पार्टनरशिप आदि की सहूलियत मिलती है.