Monday, May 20, 2024
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Wedding Industry: दुनिया की 25 फीसदी शादियां भारत में, इस इंडस्ट्री में छिपी हैं अपार संभावनाएं

Nikhil Kamath: जेरोधा के फाउंडर निखिल कामत ने शादियों पर आंकड़े शेयर करते हुए लिखा कि पिछले साल इस इंडस्ट्री में लगभग 4.25 लाख करोड़ रुपये का कारोबार हुआ.

Nikhil Kamath: भारत में शादियों का सीजन जारी है. एक रिपोर्ट के अनुसार, दुनिया की हर चार में से एक शादी भारत में होती है. इसे दूसरे शब्दों में कहें तो दुनिया की 25 फीसदी शादियां भारत में ही होती हैं. शादियों पर भारतीय परिवार लाखों रुपये खर्च करते हैं. कुछ लोगों के लिए शादी रुतबा दिखाने का विषय है तो कुछ के लिए यह एक महत्वाकांक्षा प्रदर्शित करने का जरिया. कारण कुछ भी हो लेकिन, भारतीय शादियों पर हर साल अरबों रुपये लुटाए जाते हैं. हालांकि, जेरोधा (Zerodha) के फाउंडर निखिल कामत (Nikhil Kamath) इसे एक अनकूल इंडस्ट्री बताते हैं. साथ ही उनका मानना है कि शादियों के इस कारोबार में अपार संभावनाएं छिपी हुई हैं.

निखिल कामत बोले- बिखरी हुई है वेडिंग इंडस्ट्री
निखिल कामत ने अपनी हालिया सोशल मीडिया पोस्ट में भारतीय शादियों के बारे में चर्चा की. उन्होंने लिखा कि इस इंडस्ट्री में कुछ बड़ी संभावनाएं भी छिपी हुई हैं. यह इंडस्ट्री पूरी तरह से बिखरी हुई है. इस इंडस्ट्री के 5 बड़े ब्रांड भी मुझे नहीं पता हैं. इसके बावजूद हर साल यह इंडस्ट्री अरबों रुपये का कारोबार करती है. उन्होंने भारतीय शादियों के बिजनेस पर कुछ आंकड़े भी शेयर किए. यह आंकड़े सीएआईटी, द नॉट वर्ल्डवाइड, वेडिंग विशलिस्ट और इंडस्ट्री फॉरकास्ट के हैं.

शादियों का कारोबार 4.25 लाख करोड़ रुपये रहा
निखिल कामत ने लिखा कि साल 2023 में शादियों का कारोबार लगभग 4.25 लाख करोड़ रुपये का हुआ. इसमें साल 2022 के मुकाबले लगभग 13 फीसदी का उछाल आया है. अमेरिका के बाद भारत शादियों का दूसरा सबसे बड़ा मार्केट है. अनुमान के अनुसार, वेडिंग इंडस्ट्री देश का चौथा सबसे बड़ा उद्योग है. चूंकि शादियों में ज्यादातर लेन-देन कैश में होता है. ऐसे में यह इंडस्ट्री अनुमान से काफी बड़ी हो सकती है. अगले 15 साल में देश में लगभग 40 करोड़ शादियां होंगी. यह आंकड़ा अमेरिका की कुल आबादी से भी ज्यादा है.

12 साल की कमाई शादी पर खर्च कर देते हैं भारतीय
निखिल कामत ने लिखा कि शादियों में भारतीय परिवार औसतन 20 लाख रुपये खर्च करते हैं जबकि हमारी प्रति व्यक्ति आय सिर्फ 1.17 लाख रुपये है. इसका मतलब वह अपनी 12 साल की कमाई शादी पर खर्च कर देते हैं. भारत में 20 फीसदी लोन सिर्फ शादियों के लिए होते हैं. साथ ही शादियों में लगभग 1 लाख करोड़ रुपये के गिफ्ट भी दिए जाते हैं. इसके अलावा लगभग 10500 करोड़ रुपये का खाना भी शादियों के दौरान बर्बाद किया जाता है.

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