Sanjay Singh PC: तीन अप्रैल 2024 को तिहाड़ जेल से बाहर आने के बाद से आप के वरिष्ठ नेता संजय सिंह बीजेपी और केंद्र सरकार के खिलाफ पहले से ज्यादा सख्त दिखाई दे रहे हैं.
Sanjay Singh News: आम आदमी पार्टी के सांसद संजय सिंह (Sanjay Singh) ने चुनावी बॉन्ड को लेकर सोमवार (8 अप्रैल) को बड़ा दावा किया. उन्होंने कहा कि बीजेपी ने चुनावी बॉन्ड के नाम पर घोटाला किया. कंपनियों ने घाटे में जाकर बीजेपी को चंदा दिया. सात साल में 33 कपंनियों को एक लाख करोड़ रुपये का घाटा हुआ. इन कंपनियों ने बीजेपी को दिया 450 करोड़ का चंदा. 17 कंपनियों ने तो जीरो टैक्स दिया. अरिहंत प्राइवेट लिमिटेड 40 लाख का बॉन्ड खरीदा. सभी बॉन्ड बीजेपी को दिए.
छह कंपनियां ऐसी हैं जिन्होंने घाटा उठाकर इंकम से ज्यादा चंदा दिया. 33 कपंनियों को एक लाख करोड़ का घाटा हुआ. इन कंपनियों ने बीजेपी को छह सौ करोड़ का चंदा दिया.
आप सांसद संजय सिंह ने कहा कि कितने सुनियोजित तरीके से पिछले कुछ वर्षों में जनता से छुपाकर मोदी सरकार ऐसा किया. बीजेपी ने यह भ्रष्टाचार इलेक्टोरल बॉण्ड के नाम पर किया. सर्वोच्च न्यायालय का धन्यवाद है कि पूरा डाटा जनता के सामने रखा.
संजय सिंह के प्रेस कॉन्फ्रेंस के प्रमुख बिंदु :
33 कंपनियां ऐसी हैं, जिन्हें सात साल में एक लाख करोड़ का घाटा हुआ. उन्होंने बीजेपी को 450 करोड़ का चंदा दिया. 17 कंपनियां ऐसी हैं, जिन्होंने या तो जीरो टैक्स दिया है या टैक्स में छूट मिली है. छह कंपनियों ने भाजपा को 600 करोड़ का चंदा दिया है. एक कंपनी ने प्रॉफिट से तीन गुना ज्यादा चंदा दिया. एक कंपनी ऐसी है जिसने मुनाफे का 93 गुना ज्यादा चंदा दिया. तीन कंपनी ऐसी हैं, जिन्होंने 28 करोड़ का चंदा दिया और जीरो टैक्स दिया.
भारती एयरटेल ने 200 करोड़ का चंदा बीजेपी को दिया. इसे 77 हजार करोड़ का घाटा हुआ है. 2017-23 के दौरान कंपनी को टैक्स में 8 हजार 200 करोड़ की छूट मिली. कुछ छूट तो कोर्ट के आदेश से मिली.
DLF ने 25 करोड़ बीजेपी को दिया, लेकिन इसे सात साल में 130 करोड़ का घाटा हुआ . इसे टैक्स में बीस करोड़ की छूट मिली है.
स्टील सेटिक इंजीनियरिंग ने 12 करोड़ का चंदा दिया. इसे सात साल में 150 करोड़ का घाटा हुआ. टैक्स में छूट 160 करोड़ की मिली.
धालीवाल इंफ्रास्ट्रक्चर ने 115 करोड़ का बॉण्ड खरीदा और बीजेपी को 25 करोड़ दिए, लेकिन जीरो टैक्स दिया. कंपनी का सात साल में घाटा 299 करोड़ रुपये का हुआ.
PRL डेवलपर्स ने 20 करोड़ के बॉण्ड में से दस करोड़ बीजेपी को दिए. उसे टैक्स में छूट मिली 4.7 करोड़, लेकिन घाटा हुआ 1550 करोड़ का.
यूजिया फार्मा जो शरत रेड्डी की कंपनी है, 15 करोड़ बीजेपी को चंदा दिया. कंपनी को घाटा हुआ 28 करोड़ का. टैक्स में छूट मिली 7.20 करोड़ की मिली.
मैत्रा एनर्जी ने 19 करोड़ के बॉण्ड से करीब दस करोड़ बीजेपी को दिए. सात साल में 86 करोड़ का घाटा हुआ. टैक्स में छूट मिली 126 करोड़ की.
संजय सिंह ने प्रेस कॉनफ्रेंस के अंत में कहा कि यह लिस्ट जारी होने के बाद मुझे लगता है कि ED व CBI आज ही सभी के घर पहुंचेंगी और छापे शुरू हो जाएंगे. छह कंपनियां ऐसी हैं जिन्होंने मुनाफे से भी ज्यादा बीजेपी को चंदा दिया.
क्विक सप्लाई चेन नाम से एक कम्पनी है, जिसने 410 करोड़ के बॉण्ड से 375 करोड़ भाजपा को दिया, जबकि इसे 144 करोड़ का मुनाफा हुआ.
मदन लाल लिमिटेड नाम की एक कंपनी को 185.50 करोड़ के बॉण्ड से 175 करोड बीजेपी को दिया. टैक्स छूट मिली है 3.11 करोड़ की.
नेस जी डिवाइस ने 35 करोड़ बीजेपी को चंदा दिया. जबकि मुनाफा सिर्फ 28 करोड़ का था.
ABNL इन्वेस्टमेंट ने दस करोड़ बीजेपी को चंदा दिया. जबकि मुनाफा हुआ था सिर्फ 9 करोड़ रुपये का.
प्रगति इंटरप्राइजेज ने साढ़े तीन करोड़ बीजेपी को दिया जबकि मुनाफा सिर्फ दो करोड़ का था.
श्री कृष्ण इंफ्रास्ट्रक्चर ने दो करोड़ बीजेपी को दिया जबकि मुनाफा सिर्फ 16 लाख का था.
दिल्ली आबकारी नीति मामले में सुप्रीम कोर्ट ने सुनवाई के बाद आम आमदी पार्टी के राज्यसभा सांसद संजय को जमानत पर रिहा करने का आदेश तिहाड़ जेल प्रशासन को दिया था. तिहाड़ जेल प्रशासन ने शीर्ष अदालत के आदेश के मुताबिक कानूनी प्रक्रियाओं को पूरा करने के बाद तीन अप्रैल 2024 को आप सांसद को रिहा कर दिया.
तीन अप्रैल 2024 को तिहाड़ जेल से बाहर आने के बाद आप के वरिष्ठ नेता संजय सिंह का रुख बीजेपी और केंद्र सरकार के खिलाफ पहले से ज्यादा सख्त है. वह तीन अप्रैल से लगातार बीजेपी को कठघरे में खड़ा कर रहे हैं. उनका दावा है कि केंद्र सरकार ने बिना सबूत के ईडी के जरिए सीएम अरविंद केजरीवाल को गिरफ्तार कराया है. इस बात को दिल्ली और देश की जनता जानती है. लोकसभा चुनाव में देश की जनता इसका जवाब भारतीय जनता पार्टी को देगी.