भारत में हर चौथा शख्स लिवर फैटी का शिकार है. ऐसे में नवरात्रि सबसे अच्छा मौका है, जब बॉडी को सही तरह डिटॉक्स कर उसे हेल्दी बनाया जाए. व्रत रहने से कई तरह की समस्याएं दूर हो सकती हैं.
Navratri Vrat Benefits: 9 अप्रैल से चैत्र नवरात्रि की शुरुआत हो रही है. अगले 9 दिन तक हिंदू धर्म में पूजा-उपवास का दौर चलेगा. इस बीच बड़ा सवाल है कि 9 दिनों तक व्रत करने से शरीर को कितना फायदा होता है. क्या आपका शरीर इसके लिए पूरी तरह तैयार है. क्योंकि ज्यादा हेल्दी रहकर ही अच्छी तरह उपवास कर सकते हैं. इसलिए इस नवरात्र (Chaitra Navratri 2024) से पहले बॉडी को सही तरह तैयार कर लें, ताकि 9 दिन की फास्टिंग में किसी तरह की परेशानी न हो और व्रत का पूरा फायदा भी शरीर को मिल जाए.
नवरात्रि में 9 दिन व्रत रखने के फायदे
एक्सपर्ट्स के मुताबिक, व्रत रहने के दौरान एक खास तरह का प्रोटीन शरीर में बनता है, जो लिवर के फैटी एसिड और मेटाबॉलिज्म को कंट्रोल करने का काम करता है. व्रत करने से कई तरह की बीमारियों का रिस्क भी कम होता है. एक स्टडी में बताया गया है कि नॉन एल्कोहलिक फैटी लिवर के मरीजों को 3 महीने तक एक दिन छोड़कर व्रत के साथ रोजाना वर्कआउट करवाया गया. इससे लिवर फैट में कमी आई और इंसुलिन सेंसिटिविटी बढ़ गई. मतलब लिवर फिट तो हुआ ही और ब्लड शुगर भी हेल्दी लेवल पर आया. बता दें कि भारत में हर चौथा शख्स लिवर फैटी का शिकार है. ऐसे में नवरात्रि सबसे अच्छा मौका है, जब बॉडी को सही तरह डिटॉक्स कर उसे हेल्दी बनाया जाए.
फैटी लिवर कितना खतरनाक
1.फैटी लिवर एक तरह की मेडिकल कंडीशन है.
- लिवर में फैट जम जाता है.
- फैट कंट्रोल नहीं होने पर लिवर के डैमेज होने का खतरा रहता है.
फैटी लिवर के क्या लक्षण हैं
यूरिन का पीला होना
ज्यादा थकान, पेट दर्द
पीली आंखें, पीली स्किन
भूख ना लगना
फैटी लिवर का क्या कारण
अनहेल्दी लाइफस्टाइल
एल्कोहल-स्मोकिंग की हैबिट्स
दवाइयों का ज्यादा सेवन
वायरल इंफेक्शन, हेपेटाइटिस-सी
हाई कोलेस्ट्रॉल, मोटापा
थायराइड, स्लीप एप्निया, इनडायजेशन
लिवर हेल्दी रखने के लिए क्या करें
शुगर कंट्रोल, वज़न कम करें
लाइफस्टाइल बदलें, लिवर का ख्याल रखें
कोलेस्ट्रॉल घटाएं,
शाकाहारी प्लांट बेस्ड खाना खाएं
मौसमी फल, साबुत अनाज, लो फैट डेयरी प्रोडक्ट ही यूज करें.
Disclaimer: खबर में दी गई कुछ जानकारी मीडिया रिपोर्ट्स पर आधारित है. आप किसी भी सुझाव को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें.