चंडीगढ़ के 22 गांव के प्रबुद्ध मोहरी नागरिकों ने प्रेस कांफ्रेंस करके गैरराजनीतिक चंडीगढ़ पेंडू विकास मंच का ऐलान किया ,और साथ ही सर्वसम्मति से ऐलान किया कि “या तो 22 गांववासियों को वाज़िब विकास व बुनियादी हक मिलें अन्यथा इस बार वोट नोटा को ही मिलेगा। “
मंच ने एकमत से ऐलान किया के पंजाब-हरियाणा की तर्ज पर चंडीगढ़ के लिए लैंड पूलिंग पॉलिसी बने।
मंच ने कहा कि शहर के गांवों को विकसित करने के लिए लैंड पूलिंग स्कीम के लागू होने से शहर के सभी गांवों को फायदा मिलेगा।
गौरतलब है कि सालों से लंबित लैंड पूलिंग के प्रस्ताव से शहर के गांवों में लाल डोरे के बाहर बने निर्माण की दिक्कत दूर हो जाएगी, जिसे प्रशासन अवैध मानता है। इस प्रस्ताव के पास होने से शहर के 23 गांवों को सबसे ज्यादा फायदा होगा। इन्हें शहर की तर्ज पर विकसित किया जाएगा। लैंड पूलिंग नीति बनने से कृषि योग्य भूमि को कमर्शियल पर्पज के लिए प्रयोग किया जा सकेगा।
मंच ने बताया कि इन 23 गांवों में करीब 3 हजार एकड़ जमीन कृषि योग्य है। जिनके लिए लैंड पूलिंग नीति की जरूरत है। अभी प्रशासन लाल डोरे के बाहर हुए निर्माण को अवैध मानता है। साथ ही नगर निगम की तरफ से इन्हें कोई सुविधाएं भी उपलब्ध नहीं करवाई जाती हैं।
मंच की सरपरस्ती हरभजन सिंह कजहेडी, (पूर्व चैयरमैन मार्किट कमेटी ) , पूर्व सरपंच गुरदीप सिंह अटावा , पूर्व वाइस चांसलर डॉ लखमीर सिंह के जिम्मे होगी , चेयरमैन होंगे तेजिंदर सिंह सरां व प्रेसिडेंट सतिंदर सिंह सिधु व वाइस प्रेसिडेंट आनंद सिंह कजहेडी,जनरल सेक्रेटरी जीत सिंह बहलाना व रोबिन राणा होंगे ।