Paytm Crisis: पेटीएम के सीनियर वाईस प्रेसिडेंट प्रवीण शर्मा के इस्तीफे के बाद आशंकाएं सामने आई हैं कि कंपनी में 50 फीसदी तक छंटनी हो सकती है. पेटीएम ने एक्सचेंज फाइलिंग में इस पर रुख स्पष्ट किया है.
Paytm Crisis: पेटीएम पेमेंट्स बैंक (Paytm Payments Bank) पर लगाया गया रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) का प्रतिबंध 15 मार्च से लागू हो गया है. इसके चलते कंपनी के कारोबार को काफी नुकसान झेलना पड़ा है. अब इस संकट के समय में पेटीएम में छंटनी (Paytm Layoffs) की आशंका के बादल मंडरा रहे हैं. पेटीएम के सीनियर वाईस प्रेसिडेंट प्रवीण शर्मा (Praveen Sharma) ने हाल ही में इस्तीफा दे दिया था. इसके बाद ऐसा माना जा रहा था कि कंपनी में 30 से 50 फीसदी तक छंटनी हो सकती है. मगर, पेटीएम (Paytm) की पैरेंट कंपनी वन 97 कम्युनिकेशंस (One97 Communications) ने छंटनी की किसी भी योजना से इंकार किया है.
प्रवीण शर्मा ने 23 मार्च को दे दिया था इस्तीफा
वन 97 कम्युनिकेशंस ने शनिवार को एक्सचेंज फाइलिंग में बताया कि प्रवीण शर्मा ने अपने पद से 23 मार्च को इस्तीफा दे दिया था. उन्होंने निजी कारणों से कंपनी को छोड़ा है. अब वह अन्य संभावनाएं तलाशना चाहते हैं. पेटीएम से जुड़ने से पहले प्रवीण शर्मा गूगल के साथ 9 साल तक काम कर रहे थे. कंपनी ने बताया कि हम छंटनी नहीं करने जा रहे हैं. ऐसी रिपोर्ट आधारहीन हैं. इनका कंपनी की आगामी योजनाओं से कोई लेना देना नहीं है.
सालाना अप्रैजल प्रक्रिया में जुटी हुई है पेटीएम
एक्सचेंज फाइलिंग के अनुसार, पेटीएम इस समय सालाना अप्रैजल प्रक्रिया में जुटी हुई है. हम सभी टीम के प्रदर्शन को बारीकी से परख रहे हैं. इस दौरान उनकी जिम्मेदारियों में भी बदलाव हो सकते हैं. यह सामान्य कॉरपोरेट प्रक्रिया है. इसका छंटनी से कोई लेना देना नहीं है. हम फिलहाल कंपनी को रीस्ट्रक्चर कर रहे हैं. इस प्रक्रिया को छंटनी से जोड़कर नहीं देखा जाए. पेटीएम अपने वर्कफोर्स में स्थिरता चाहती है और भविष्य में कंपनी को आगे ले जाने वाली योजनाओं में जुटी हुई है. हम डिजिटल पेमेंट और फाइनेंशियल सर्विस सेक्टर में लोगों को बेहतरीन सेवाएं देते रहेंगे.