Share Market This Week: चालू वित्त वर्ष घरेलू शेयर बाजार के लिए शानदार साबित हुआ है. अब चालू वित्त वर्ष का बस एक अंतिम सप्ताह बचा हुआ है
पिछले सप्ताह के दौरान घरेलू शेयर बाजार एक बार फिर से तेजी दर्ज करने में कामयाब रहा. अब बाजार में इस वित्त वर्ष के दौरान गिने-चुने दिनों का कारोबार बचा हुआ है. आइए जानते हैं कि बाकी बचे तीन दिनों में बाजार का हाल कैसा रहने वाला है…
अब सिर्फ 3 दिनों का कारोबार
चालू वित्त वर्ष 31 मार्च 2024 को समाप्त हो रहा है. उससे पहले अब बाजार में सिर्फ 3 दिनों का ही कारोबार बचा हुआ है. सोमवार 25 मार्च को शेयर बाजार होली के चलते बंद है. उसके बाद मंगलवार, बुधवार और गुरुवार को बाजार में सामान्य कारोबार होगा. शुक्रवार 29 मार्च को गुड फ्राइडे के चलते बाजार बंद रहने वाला है. वित्त वर्ष के अंतिम दो दिन शनिवार और रविवार हैं. उसके बाद 1 अप्रैल 2024 सोमवार से नया वित्त वर्ष शुरू हो जाएगा.
ऐसा रहा बाजार का पिछला सप्ताह
चालू वित्त वर्ष अभी तक घरेलू शेयर बाजार के लिए शानदार साबित हुआ है. इस वित्त वर्ष में दोनों प्रमुख घरेलू सूचकांक बीएसई सेंसेक्स और एनएसई निफ्टी 30-30 फीसदी मजबूत हुए हैं. पिछले सप्ताह के दौरान भी बाजार में तेजी आई. बीते सप्ताह में सेंसेक्स 0.26 फीसदी और निफ्टी 0.33 फीसदी मजबूत हुआ. उससे पहले 15 मार्च को समाप्त हुआ सप्ताह बाजार के लिए ठीक नहीं रहा था. उस सप्ताह के दौरान निफ्टी में 2.09 फीसदी की, जबकि सेंसेक्स 1.99 फीसदी की गिरावट आई. तब बाजार की लगातार चार सप्ताह से चली आ रही रैली पर ब्रेक लग गया था.
शेयर बाजार का मौजूदा स्तर
अभी शेयर बाजार के स्तर की बात करें तो 22 मार्च शुक्रवार को सेंसेक्स 190.75 अंक (0.26 फीसदी) मजबूत होकर 72,831.94 अंक पर बंद हुआ था. निफ्टी 84.80 अंक (0.39 फीसदी) चढ़ कर 22,096.75 अंक पर रहा था. चालू वित्त वर्ष में दोनों सूचकांकों ने कई बार नया-नया उच्च स्तर बनाया. सेंसेक्स और निफ्टी का नया ऐतिहासिक उच्च स्तर क्रमश: 74,245.17 अंक और 22,526.60 अंक है.
बाजार वोलेटाइल रहने की आशंका
चालू वित्त वर्ष के अंतिम बचे सप्ताह में बाजार के वोलेटाइल रहने की आशंका है. सप्ताह के दौरान मार्च महीने के डेरिवेटिव कॉन्ट्रैक्ट की एक्सपायरी है. इससे बाजार में उथल-पुथल रह सकती है. सप्ताह के दौरान 13 नए आईपीओ लॉन्च हो रहे हैं, जबकि 2 नए शेयरों की लिस्टिंग होने वाली है. वैश्विक बाजारों के रुख, कच्चे तेल के भाव और डॉलर-रुपये की घट-बढ़ का भी बाजार पर असर देखने को मिल सकता है.